वेनेजुएला में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में निकोलस मादुरो जीत गए. इस बीच चुनाव परिणाम को लेकर विवाद खड़ा हो गया.
ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष मतगणना में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया रहा है. साथ ही उन्होंने चुनाव परिणाम को चुनौती देने की बात कही हैं.
खास बात ये है कि अमेरिका ने भी वेनेजुएला चुनाव के नतीजों पर संदेह व्यक्त किया है.
इस मामले में एलन मस्क ने वेनेजुएला के चुनाव परिणामों को लेकर कई ट्वीट किए है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा "तानाशाह मादुरो तुम्हें शर्म आनी चाहिए.'
ट्वीट कर उन्होंने एक एक करके कई पोस्ट किए. इसमें कथित तौर पर मादुरो के समर्थकों द्वारा पोलिंग स्टेशन से बैलेट बॉक्स चुराते हुए नजर आ रहे थे. इसे शेयर करते हुए मस्क ने लिखा, 'ये तो गड़बड़ है.'
राष्ट्रीय चुनाव परिषद के प्रमुख एल्विस एमोरोसो ने बताया कि मादुरो को 51 प्रतिशत वोट मिले हैं. वहीं, विपक्षी उम्मीदवार एडमुंडो गोंजालेज को 44 फीसदी वोट मिले. उन्होंने बताया कि ये नतीजे 80 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर पड़े वोट पर आधारित हैं.
चुनाव प्राधिकरण ने अभी तक मादुरो के वफादारों के कंट्रोल वाले 30,000 मतदान केंद्रों के आधिकारिक मतदान आंकड़े जारी नहीं किए हैं, जिससे विपक्ष नतीजों की पुष्टि नहीं कर पा रहा है.
दरअसल, मतदान शाम 6 बजे समाप्त होना था, लेकिन इसके बाद भी मतदान लगभग 6 घंटे तक जारी रहा. जानकारी के अनुसार काराकस में कुछ मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए.
परिणाम को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री ने संदेह जताया है. एंटनी ब्लिंकन ने कहा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका को गंभीर चिंता है कि घोषित परिणाम वेनेजुएला के लोगों की इच्छा या वोटों को नहीं दर्शाते हैं.'
दरअसल, मादुरो की सरकार के करीबी सहयोगी क्यूबा ने कहा कि 'लोगों ने अपनी बात रखी और क्रांति जीत गई.'
11 साल से सत्ता में काबिज मादुरो को सत्ता से हटाने के लिए वे उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज के पीछे एकजुट हो गए थे.
मादुरो ने वेनेजुएला की चुनाव प्रणाली की प्रशंसा करते हुए इसे पारदर्शी बताया और विपक्ष का मज़ाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि वो हर चुनाव में 'धोखाधड़ी का रोना-रोते हैं'.
गोंजालेज के नेतृत्व वाले गठबंधन की एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके गवाहों को कई मतदान केंद्रों पर 'छोड़ने के लिए मजबूर' किया गया.