अधूरी रह गई थी सुरों की मल्लिका Lata Mangeshkar की प्रेम कहानी, इस वजह से कभी नहीं की शादी
आज भले ही लता मंगेशकर जी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके योगदान लोगों के दिलों में आज भी जिंदा हैं.
सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर ने 36 भारतीय भाषाओं में गाने गाकर हिन्दी सिनेमा को नई पहचान दिलाई थी.
आज लता मंगेशकर के जन्मदिन के मौके पर आइए बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था.
लता जी को दादासाहेब फाल्के, भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण जैसे कई अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है.
13 साल की उम्र में लता जी ने अपने पिता को खो दिया. जिसके बाद लता के पिता के दोस्त मास्टर विनायक उन्हें हिन्दी सिनेमा में लाए थे.
लता मंगेशकर ने कभी शादी नहीं की. ऐसा बताया जाता है कि लता जी डूंगरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह प्यार करती थीं.
हालांकि, महाराजा ने अपने परिवार से वादा किया था कि वो किसी आम लड़की को अपने घर की बहू नहीं बनाएंगे.
उन्होंने अपना वादा निभाया और लता जी से शादी नहीं की. हालांकि, लता जी ने शादी ना करने का कारण घर की जिम्मेदारी को बताया.
लता मंगेशकर के साथ-साथ महाराजा राज सिंह ने भी कभी किसी से शादी नहीं की.