मृत्यु के समय इन 9 अंगों से निकलती है आत्मा, जानें शुभ-अशुभ द्वार

इस धरती पर एक ही ऐसा सत्य है जिसे कोई नहीं बदल सकता है. वो है जीवन और मृत्यु. इस संसार में जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है. मृत्यु के समय व्यक्ति के शरीर के 9 अंगों से आत्मा शरीर का त्याग करती है.

गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति के कर्मों के आधार पर 9 द्वारों में से किसी एक द्वार से प्राण निकलते हैं. आइए जानते हैं कौन से अंग शुभ होते हैं और कौन अशुभ...

शरीर के वो नौ द्वार होते हैं- दो आखें, दो कान, दो नासिका, मुंह और उत्सर्जन अंग.

जिस व्यक्ति की आत्मा आंखों से बाहर निकलती है, वो लोग अधिक जीने की इच्छा रखते हैं और उन्हें परिवार से बहुत लगाव होता है.

उत्सर्जन अंग यानी मल और मूत्र का द्वार अशुभ माना जाता है. इस अंग से जिसकी आत्मा निकलती है, वो पूरा जीवन सिर्फ धन-दौलत कमाने में लगा देते हैं

नासिका से आत्मा का निकलना बेहद शुभ होता है. माना जाता है कि इस अंग से जिसकी आत्मा निकलती है, वो लोग जीवन में अपने कर्तव्य को निष्ठा से निभाते हैं.

मुख से भी आत्मा का निकलना बेहद शुभ होता है. माना जाता है कि इस अंग से जिसकी आत्मा निकलती है, वो लोग जीवन में धर्म के मार्ग पर चलते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)