व्यक्ति या जीव का कर्म ही उसके भाग्य का निर्माण करता है, पढ़ें सुविचार
कहते हैं कि अगर दिन की शुरुआत अच्छी होती है, तो पूरा दिन सकारात्मकता के साथ बितता है. ऐसे में आपके दिन को और खास बनाने के लिए हम लाएं हैं कुछ सुविचार...
कोई भी इंसान जन्म से नहीं, बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है.
फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही, अपने जीवन को सफल बनाता है.
जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा.
मेरा तेरा, छोटा बड़ा, अपना पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है और तुम सबके हो.
धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है.
सफलता जिस ताले में बंद रहती है, वह दो चाबियों से खुलती है, एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ संकल्प.
इस जीवन में मनुष्य न तो कुछ खोता है और न ही कुछ व्यर्थ होता है.
जब मानव अपने कार्य में आनंद खोज लेता है, तब वह पूर्णता प्राप्त कर लेता है.