Google News: जानिए Google के बनने की कहानी, आज का दिन क्यों है खास

बतौर सर्च इंजन जन्म लेने और शीर्ष प्रौद्योगिकी कंपनियों बनने तक का गूगल ने लंबा सफर तय किया है. गूगल ने 25 साल पूरे कर लिए हैं. 

हर दिन गूगल पर हजारों सर्च होते हैं. आज सर्च इंजन के बिना जीवन की कल्पना करना लगभग असंभव है.

बता दें कि गूगल की स्थापना 4 सितंबर, 1998 को अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने की थी.

खास बात ये है कि तब वह कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी के छात्र थे.

आज, गूगल यूट्यूब और एंड्रॉइड से लेकर जीमेल और गूगल सर्च तक, दुनिया भर में अरबों लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सैकड़ों उत्पाद बनाता है.

गूगल सर्च इंजन का पहला संस्करण अगस्त 1996 में स्टैनफोर्ड वेबसाइट पर लॉन्च किया गया था.

गूगल सर्च इंजन का पहला संस्करण अगस्त 1996 में स्टैनफोर्ड वेबसाइट पर लॉन्च किया गया था.

लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन गूगल के सह-संस्थापक हैं, जिसका मूल नाम बैकरब था. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अपने छात्रावास के कमरों से काम करते हुए, लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने एक सर्च इंजन बनाया. 

गूगल का पूरा नाम ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन ऑफ ओरिएंटेड ग्रुप लैंग्वेज ऑफ अर्थ है. गूगल का पहला कार्यालय सांता मार्गारीटा एवेन्यू में एक किराए का गैरेज था.

पहला गूगल डूडल बर्निंग मैन स्टिक फिगर था. यह एक 'आउट-ऑफ-द-ऑफिस' संदेश था जिसे लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने लोगों को यह बताने के लिए बनाया था कि वे बर्निंग मैन फेस्टिवल में भाग लेने जा रहे हैं.

बाद में बैकरब का नाम बदलकर गूगल कर दिया गया. यह नाम गणितीय अभिव्यक्ति पर आधारित था, जिसमें 1 के बाद 100 शून्य होते हैं.

यह लैरी और सर्गेई के मिशन 'दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करने और इसे सार्वभौमिक रूप से सुलभ और उपयोगी बनाने' को दर्शाता है.

अगले कुछ साल में, गूगल ने न केवल अकादमिक समुदाय का, बल्कि सिलिकॉन वैली के निवेशकों का भी ध्यान आकर्षित किया.

इस निवेश के साथ, नई गठित टीम ने छात्रावास से अपने पहले कार्यालय में अपग्रेड किया: कैलिफोर्निया के उपनगरीय मेनलो पार्क में एक गैरेज, जिसका स्वामित्व सुसान वोज्स्की के पास था.

गूगल के शुरुआती सर्वर से लेकर 1998 में पहले 'डूडल' तक: लोगो में एक छड़ी की आकृति साइट आगंतुकों को यह घोषणा करती है कि पूरा स्टाफ बर्निंग मैन फेस्टिवल में भाग नहीं ले रहा है.