आज के दौर में लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए और पैसा कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं.
कुछ लोग कंपनी में नाइट शिफ्ट भी करते हैं और पूरी रात काम करते हैं.
लेकिन नाइट शिफ्ट करने वालों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आइए जानते हैं...
नाइट शिफ्ट करने वाले ज्यादातर लोग चैन की नींद नहीं सो पाते हैं. एक-दो घंटे सोने से उनका स्लीप साइकिल बिगड़ने लगता है, जिससे उन्हें एंजाइटी की समस्या हो सकती है.
नाइट शिफ्ट करने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. क्योंकि रात में न सो पाने के वजह से उनका स्लीप पैटर्न बिगड़ जाता है.
जिससे मेलाटोनिन हार्मोन का लेवल कम होता है. इससे ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है.
नाइट शिफ्ट करने की वजह से स्लीप पैटर्न खराब हो जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
नाइट शिफ्ट करने वालों में तनाव अधिक देखने को मिलता है, इससे ये लोग धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी, विधि, तरीक़ों पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)