कोरोना के बाद दुनिया में तबाही ला सकते हैं Superbugs! दवाइयों का भी नहीं होगा असर
दुनियाभर में अभी कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, इस बीच एक और वायरस का खतरा मंडराने लगा.
अमेरिका में हर साल 25 लाख से अधिक लोग सुपरबग्स से संक्रमित हो रहे हैं. जिसमें से 35,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा दे रहे.
लैंसेट की एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है. जिसके मुताबिक, साल 2050 तक इस वायरस से लगभग 40 मिलियन मौतें हो सकती हैं.
आइए जानते हैं कि ये सुपरबग क्या है और ये कितना खतरनाक है...
बता दें कि सुपरबग माइक्रोबियल स्ट्रेन हैं. इसका मतलब बैक्टीरिया, वायरस और फंगस का नया स्ट्रेंस.
जब कोई बैक्टीरिया या वायरस एंटीबायोटिक्स और दूसरे एंटीमाइक्रोबियल ड्रग्स के खिलाफ रेजिस्टेंस बना लेता है तो सुपरबग बन जाता है.
इस पर दवा का कोई असर नहीं होता है. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, इसका स्टेन महामारी की तरह फैलकर दुनिया में तबाही ला सकता है.
कुछ शोधकर्ताओं ने इसे दुनिया में नई महामारी बनने की आशंका जताई है.
सुपरबग्स में बढ़ोतरी इंसानों और जानवरों में एंटीबायोटिक दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल से हो रही है. गंदी जगह पर रहने से भी इसका खतरा बढ़ता है.
अगर खाने को साफ तरीके से न पकाया जाए या उसे अच्छे से न पैक किया जाए, तो बैक्टीरिया पनप सकते हैं.