International News: जानिए कैसे समंदर में चित हुआ चीन,  महासागर के गेमचेंजर ने ली 4 माह पहले जल समाधि

समंदर में चीन को सदमा. दरअसल जिस न्यूक्लियर सबमरीन यानी परमाणु पनडुब्बी के दम पर चीनी आका शी जिनपिंग, दक्षिण चीन सागर, हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी को अपनी बपौती मानते हैं उनकी गलतीफहमी दूर हो गई है. 

हालांकि, 'ड्रैगन' की इस शर्मिंदगी का सबब बीजिंग के रक्षा वैज्ञानिकों की टीम है, जिसने इस घटना के बाद जिनपिंग का सिर शर्म से झुका दिया. दरअसल, इसके बाद चीनी टेक्नाजली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.

आप जानते हैं अपने समुद्री पड़ोसी देशों जैसे ताईवान, फिलीपींस, मालदीव, श्रीलंका, बांग्लादेश और म्यांमार को नचाने वाला और भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के QUAD जैसे शक्तिशाली संगठन को गीदड़ भभकी देने वाला 'ड्रैगन' 4 माह से शांत क्यों है.

बीजिंग में शी जिनपिंग और चीनी आर्मी के कमांडरों के मुंह बना हुआ हैं. इसका खुलासा कुछ सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ है. अमेरिकी जर्नल ने चीन को लगे सदमे की पुष्टि की हैं. आइए बताते हैं इसकी वजह.   

दरअसल, चीनी वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई परमाणु पनडुब्बी को शी जिनपिंग महासागर का गेमचेंजर बता रहे थे. वह न्यूक्लियर सबमरीन लगभग 4 माह पहले समंदर में डूब गई थी. यही कारण है कि चीन शांत है.

चीन अपनी इस नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रहा था. जानकारी के अनुसार चीनी पनडुब्बी मई अंत या जून की शुरुआत में वुहान के पास एक शिपयार्ड लाई गई थी.

सैटेलाइट तस्वीर सामने आने के बाद जब दुनिया ने चीन का पक्ष जानना चाहा, तब चीनी अफसरों ने गोलमोल जवाब दिया.