तेजी से परमाणु क्षमता बढ़ा रहा ईरान, मैटेरियल जुटाकर दे सकता है बड़ी घटना को अंजाम
गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने एक दावा किया है. दावा है कि ईरान अपनी परमाणु क्षमता बढ़ा रहा है.
एजेंसी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के साथ तेहरान के सहयोग की कमी को लेकर आलोचना की. इसके लिए उन्होंने प्रस्ताव भी पारित किया.
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के इस प्रस्ताव को लेकर ईरान ने प्रतिक्रिया दी है. साथ ही प्रस्ताव को 'जल्दबाजी और नासमझी भरा' बताया.
एएफपी के अनुसार, IAEA ने अपने सदस्यों को जानकारी दी कि तेहरान ने एजेंसी को बताया है कि वह नतांज और फोर्डो में एनरिच फैसिलिटीज पर और अधिक कैस्केड स्थापित कर रहा है.
दरअसल, कैस्केड सेंट्रीफ्यूज मशीनों की एक सीरीज है. इसे यूरेनियम को बेहतर करने की प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है.
IAEA ने कहा है कि तेहरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को काफी बढ़ा दिया है. उसके पास परमाणु बम बनाने की पर्याप्त सामग्री है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर जवाब दिया है.
उन्होंने कहा, 'IAEA द्वारा आज जारी की गई रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम का विस्तार ऐसे तरीकों से करना चाहता है. उनका कोई शांतिपूर्ण उद्देश्य नहीं है.'
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, 'ईरान को अपने कानूनी रूप से बाध्यकारी सुरक्षा दायित्वों को पूरी तरह लागू करने के लिए बिना किसी देरी के आईएईए के साथ सहयोग करना चाहिए.'
पश्चिमी में ये डर है कि तेहरान परमाणु हथियार विकसित करने का प्रयास कर सकता है. वहीं, दूसरी तरफ ईरान इस दावे को नकारता रहा है.