दरअसल, फिफ्थ एवेन्यू में परेड को परमिट देना, चमत्कार से कम नहीं था. साथ ही रथ निर्माण के लिए खाली जगह ढूंढना जो बड़ी हो, यह आसान नहीं थी. उन्होंने हर संभव व्यक्ति का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. तभी डोनाल्ड ट्रंप कृष्ण भक्तों के लिए आशा की किरण बनकर उभरे.