देश में हिंसा करने का आरोप, चीन के समर्थक, जानिए कौन हैं श्रीलंका के नए राष्ट्रपति

साल 2022 के आर्थिक संकट से जूझने के बाद श्रीलंका में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुआ.

इस चुनाव में मार्क्सवादी नेता अनुरा दिसानायके ने जीत हासिल की है.

अनुरा दिसानायके ने सजीथ प्रेमदासा और विक्रमसिंघे को मात दी है. ये पहली बार है जब श्रीलंका में वामदल का नेता राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालेगा.

इस जीत के बाद 55 वर्षीय अनुरा ने कहा, "सिंहली, तमिल, मुस्लिम और सभी श्रीलंकाई लोगों की एकता एक नई शुरुआत का आधार है."

बता दें कि जेवीपी पार्टी के नेता अनुरा का जन्म एक मजदूर के घर हुआ था. 80 के दशक में अनुरा ने छात्र राजनीति में एंट्री की थी.

वहीं, उन्होंने 1987 से 1989 के दौरान जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी में शामिल होकर अपनी नई पहचान बनाई थी.

अनुरा की जेवीपी पार्टी पर श्रीलंका में हिंसा करने का आरोप लग चुका है. उनकी पार्टी ने श्रीलंका की मौजूदा सरकार के खिलाफ हिंसा किया था.

यही नहीं, अनुरा की जेवीपी पार्टी चीन समर्थक भी मानी जाती है. ऐसे में उनका राष्ट्रपति बनना भारत के लिए घातक साबित हो सकता है.

दिसानायके ने अपनी राजनीति की जर्नी में कई बार उतार-चढ़ाव का सामना किया है.