flight में आए भयंकर टर्बुलेंस से एक की मौत कई घायल, जानिए आसमान में क्यों होता है ऐसा?
सिंगापुर एयरलाइंस अचानक भयंकर टर्बुलेंस का शिकार हो गई. लंदन से सिंगापुर जाते समय फ्लाइट को 'टर्बुलेंस' का सामना करना पड़ा.
सिंगापुर एयरलाइंस अचानक भयंकर टर्बुलेंस का शिकार हो गई. लंदन से सिंगापुर जाते समय फ्लाइट को 'टर्बुलेंस' का सामना करना पड़ा.
इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई. साथ ही कई लोग घायल हो गए. बता दें कि लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे से SQ206 फ्लाइट ने सिंगापुर के चांगी हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी. इसी बीच ये हादसा हुआ.
आपको बता दें कि जब ये फ्लाइट 30 हजार फीट की ऊंचाई पर थी, तब ये हादसा हुआ. उड़ान के दौरान फ्लाइट ने काफी अचानक तेज हवाओं का सामना किया. इस दौरान विमान में भारी 'टर्बुलेंस' हुआ.
इसके बाद बैंकॉक में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. टर्बुलेंस लगातार बना हुआ था, इस वजह से फ्लाइट को बैंकॉक की ओर डायवर्ट किया गया.
बैंकॉक में फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद घायलों को फौरन अस्पताल ले जाया गया. वहीं, सिंगापुर एयरलाइंस ने घटना पर गहरा दुःख जताया है. साथ ही मृतक के परिवार के प्रति संवेदना जताई है.
जानकारी के मुताबिक इस फ्लाइट में 211 यात्री और 18 क्रू मेंबर सवार थे. हादसे का शिकार हुई फ्लाइट पर को शाम 6 बजकर 10 मिनट पर सिंगापुर के चांगी एयरपोर्ट पर लैंड करना था.
आपको बता दें कि 'टर्बुलेंस' हवाई यात्रा के दौरान होने वाली आम घटना है, लेकिन इतनी तीव्रता वाला 'टर्बुलेंस' होना दुर्लभ है. फिलहाल, एयरलाइन और संबंधित अधिकारी इस घटना की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं.
टर्बुलेंस जिसे हवाई यात्रा में हवा में अशांति भी कहा जाता है, वायुमंडल में होने वाले अचानक बदलावों के कारण विमान में होने वाली अस्थिर गति को दर्शाता है. यह हवा के तेज बहाव, तापमान में बदलाव, या वायुमंडलीय दबाव में अंतर के कारण हो सकता है.
आपको बता दें कि टर्बुलेंस होने पर विमान ऊपर-नीचे, आगे-पीछे और बगल में हिलता है. ये हल्के झटके जैसा लगता है. कई बार ये तीव्र हो जाता है. इससे यात्रियों अपनी सीटों से उछलने पर मजबूर हो जाते हैं.
ऐसा होने पर टर्बुलेंस बहुत डरावना लगता है. सामान्य तौर पर ये खतरनाक नहीं होता. दरअसल, आधुनिक विमान टर्बुलेंस का सामना कर सकें, उसी मुताबिक डिज़ाइन किया जाता है. साथ ही पायलटों को टर्बुलेंस के दौरान विमान को सुरक्षित उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है.
ऐसा होने पर टर्बुलेंस बहुत डरावना लगता है. सामान्य तौर पर ये खतरनाक नहीं होता. दरअसल, आधुनिक विमान टर्बुलेंस का सामना कर सकें, उसी मुताबिक डिज़ाइन किया जाता है. साथ ही पायलटों को टर्बुलेंस के दौरान विमान को सुरक्षित उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाता है.
आइए आपको बताते हैं टर्बुलेंस आने का कारण-
वायुमंडल में जब गरज, तूफान और ठंडे मोर्चों जैसे मौसम का पैटर्न टर्बुलेंस का कारण बन सकता है.
इसके आलावा जब विमान पहाड़ी क्षेत्रों से गुजरता है, तो हवा का प्रवाह अस्थिर हो सकता है. इससे टर्बुलेंस हो सकता है.
जब विमान तेज गति से उड़ता है या अपनी ऊंचाई बदलता है, तो हवा के दबाव में होने वाला अचानक बदलाव टर्बुलेंस की वजह बन सकता है.