भारत के वो बड़े योग गुरु, जिन्होंने योग को दुनिया में दिलाई पहचान

हर साल 21 जून को अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है.

लोगों को योग के महत्व के बारे में बताने के लिए दुनियाभर में इस दिन कई आयोजन किए जाते हैं.

आज हम आपको भारत के उन प्रसिद्ध योगगुरु के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दुनिया में योग की एक अलग परिभाषा दी है.

ऐसी मान्यता है कि आदियोगी शिव ने योग को शुरू किया था, जिसके बाद भारत के कई आचार्यों ने इसे जीवित रखा.

परमहंस योगानंद को भारत के विशेष योगियों में से एक माना जाता है. गुरु परमहंस ने अपनी किताब 'ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी' से दुनिया को भारत के योग के इतिहास से परिचित कराया.  

तिरुमलाई कृष्णामाचार्य आधुनिक योग के पिता माने जाते हैं. टी. कृष्ममाचार्य ने सांस और गति के पारंपरिक कला को पुनर्जीवित किया था.

बी.के.एस. आयंगर ने तिरुमलाई कृष्णामाचार्य से योग की शिक्षा ली. उनका अष्टांग योग आज भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है.

स्वामी विवेकानंद ने भारत समेत पूरी दुनिया में योग के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने राजयोग, कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग के द्वारा युवाओं को अध्यात्म से जोड़ा.

बाबा रामदेव आज न सिर्फ भारत में, बल्कि अन्य देशों में भी अपने योग के लिए फेमस हैं. उन्होंने नई जनरेशन को योग के बारे में जानकारी दी.

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