खुद पर भरोसा हो तो आप हर मुसीबत से निकल सकते हैं, पढ़ें सुविचार
हवाओं ने मुझे हताश करने की बहुत कोशिश की, मैं वो परिंदा बना, जिसने ऊँची उड़ान भरना सही समझा. यहां पढ़िए आज के सुविचार...
अपार आशाओं का खेल था सारा, मैंने इस खेल को समझा और देखते ही देखते जीत मेरी ही हुई.
समस्याओं का समाधान खोजने वाला व्यक्ति ही सफलताओं की सत्ता प्राप्त करता है.
समाज के एक धड़े ने मुझे रोकने के अनेकों प्रयास किए, हक़ीक़त तो ये है कि समाज ने ही मुझे आज सफल बनाया है.
मेरी मर्यादा पर सवाल उठाने वाले साएं, आज सफलताओं के प्रकाश में कहीं गुम गए हैं.
कई रातें जागी हैं आज के महान सवेरे के लिए, जहाँ निज प्रयासों को मैं सफल होते देख पा रहा हूँ.
जितना हो सका मैंने खुद के सुखों को त्यागा है, सफलता के आँगन में आज मेरा हर आँसू ख़ुशी से नाचा है.
ज़िंदगी तेरी थिरकन पर थिरकता रहा मैं ताउम्र, एक उम्र बाद थिरकना बंद किया तो सफलता के सही लम्हों के बारे में जान पाया.
जीवन में अपने लक्ष्य के लिए दृढ़ संकल्पित होना आवश्यक होता है, इसी से मानव सफलता पाता है.