Nepal News: जानिए कौन है Nepal के अगले PM केपी ओली? बनने जा रहे प्रधानमंत्री
नेपाल के मौजूदा पीएम पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' शुक्रवार को संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर सके. इसके बाद खड्ग प्रसाद शर्मा ओली का दोबारा नेपाल का प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है.
खास बात ये है कि नेपाल के राजनीतिक उथल-पुथल के बीच प्रचंड इससे पहले 4 बार विश्वास मत हासिल करने में सफल रहे.
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनवादी के अध्यक्ष केपी ओली ने शुक्रवार को बहुमत वाली नई सरकार बनाने का दावा पेश किया.
केपी ओली ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के सामने दावा पेश किया. इसमें 165 सांसदों का समर्थन था. इसमें उनकी अपनी पार्टी के 77 नेपाली कांग्रेस के 88 सांसद शामिल थे.
69 वर्षीय प्रचंड को अपनी नियुक्ति के 18 महीने बाद प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल करने में असफल रहने के कारण अपना पद खोना पड़ा.
1952 में जन्मे केपी शर्मा ओली ने 1966 में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया. वह 1970 में नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए.
लोकतंत्र आंदोलन और गणतंत्र राज्य के लिए उनके प्रयासों में शामिल होने के कारण उन्हें पहली बार सार्वजनिक अपराध अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था.
1973 में उन्हें विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया गया और 14 वर्षों के लिए जेल में रखा गया, जिसमें से 4 वर्ष एकान्त कारावास में बिताए गए.
1976 में, उनके कारावास के दौरान, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी या सीपीएन का गठन किया. उनके साथियों ने उन्हें संस्थापक नेता माना था.
उन्हें 1987 में जेल से रिहा किया गया और तत्कालीन सीपीएन के केंद्रीय समिति सदस्य के रूप में जिम्मेदारियां सौंपी गईं. उन्होंने 1990 तक लुम्बिनी जोन के प्रभारी के रूप में कार्य किया.
1990 में, वे पार्टी की युवा शाखा, डेमोक्रेटिक नेशनल यूथ फेडरेशन, नेपाल के संस्थापक अध्यक्ष बने. ओली UML के संस्थापक केंद्रीय नेता बन गए.
ओली 1991 में झापा-6 से संसद के निचले प्रतिनिधि सभा के सदस्य बने. अप्रैल 2006- मार्च 2007 तक PM जीपी कोइराला के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में ओली ने उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया.
अप्रैल 2008 में संविधान सभा के चुनाव में वे हार गए, लेकिन 2008 से 2009 तक पार्टी स्कूल के केंद्रीय विभाग के प्रमुख के रूप में कार्य किया.
ओली साल 2018 में नेपाल के 41वें प्रधानमंत्री बने. राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. अब वह दोबारा पीएम बनेंगे.