नए साल की शुरूआत कुछ ही दिनों में होने वाली है. हर किसी की इच्छा होती है कि आने वाला साल नए उमंग, नई खुशियां और नया एहसास लेकर आए.
नए साल से पहले लोग घरों में साफ-सफाई करने लगते हैं. साथ ही कुछ नई चीजों से घर को सजाते हैं.
माना जाता है कि नए साल में वास्तु के अनुसार कैलेंडर लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. साथी ही नेगेटिविटी भी दूर होती है.
अगर आप भी 2024 में नया कैलेंडर लगाने जा रहे हैं, तो वास्तु के नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
वास्तु में पुराने कैलेंडर लगाए रखना अच्छा नहीं माना गया है. ये प्रगति के अवसरों को कम करता है.
इसलिए, पुराने कैलेंडर को हटा देना चाहिए और नए साल में नया कैलेंडर लगाना चाहिए. जिससे नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहे.
कैलेंडर उत्तर, पश्चिम या पूर्वी दीवार पर लगाना चाहिए. कैलेंडर कभी भी हिंसक जानवरों, दुःखी चेहरों की तस्वीरों वाला ना हो. ऐसी तस्वीरें घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार करती है.
पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य हैं , जो लीडरशिप के देवता हैं. इस दिशा में कैलेंडर रखना जीवन में प्रगति लाता है. उगते सूरज, भगवान की तस्वीरों वाले कैलेंडर लगाएं.
उत्तर दिशा कुबेर की दिशा है. इस दिशा में हरियाली, फव्वारा, नदी,समुद्र, झरने, विवाह आदि की तस्वीरों वाला कैलेंडर लगाएं.
पश्चिम दिशा बहाव की दिशा है. इस दिशा में कैलेंडर लगाने से कार्यों में तेजी आती हैं. कार्यक्षमता भी बढ़ती है.
घड़ी और कैलेंडर दोनों ही समय के सूचक हैं. दक्षिण ठहराव की दिशा है. यहां समय सूचक वस्तुओं को ना रखें. ये घर के सदस्यों की तरक्की के अवसर रोकता है.
मुख्य दरवाजे के सामने कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए. दरवाजे से गुजरने वाली ऊर्जा प्रभावित होती है. साथ ही तेज हवा चलने से कैलेंडर हिलने से पेज उलट सकते हैं. जो अच्छा नहीं माना जाता है.
अगर कैलेंडर में संतों महापुरुषों तथा भगवान के श्रीचित्र लगे हों, तो ये और अधिक पुण्यदायी और आनंददायी माना जाता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)