अब शार्क को बगैर छुए मिल जाएगी जैविक जानकारी, वैज्ञानिकों ने किया कमाल

दुनिया में सफेद मीनपक्षी शार्क सबसे ज्यादा खतरे में हैं. इनकी आबादी विश्व भर में 98 प्रतिशत कम हो गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि शिकारी इनके पंखों के लिए शिकार करते हैं. कई बार ये जाल में भी गलती से फंस जाती हैं.

दरअसल, केमन आइलैंड्स के आस-पास इन शार्क को सुरक्षा मिली है. यहां वैज्ञानिकों ने एक खास कैमरे का इस्तेमाल कर इन शार्क को पकड़ा है. ये कैमरा बिना छुए इनकी जैविक जानकारी मापता है.

आपको बता दें कि ये दुर्लभ उपलब्धि है. समुद्री जीव विज्ञानियों ने खास कैमरे का इस्तेमाल कर केमन आइलैंड्स के पास सफेद मीनपक्षी शार्क को पकड़ा है. बता दें कि इस कैमरे को "बेटेड रिमोट अंडरवाटर वीडियो" कहा जाता है.

वैज्ञानिक इस डेटा की मदद से कैरेबियाई में क्षेत्र जीव संरक्षण नीतियों को बेहतर बनाने के लिए करना चाहते हैं. खास बात है कि ये सफेद मीनपक्षी शार्क भी एक जबरदस्त शिकारी है. ये ज्यादातर गहरे समुद्र में पाया जाता था. इसे सतह पर घूमना भी पसंद है.

इसी वजह से मछली पकड़ने वाले जाल में भी आसानी से फंस जाती हैं. यही कारण है कि कई स्थान में ये शार्क लगभग नदारद हो चुके हैं. बीते 60 साल में इनकी आबादी का बड़ा हिस्सा लुप्त हो चुका है. 

केमैन आइलैंड्स सरकार की तरफ से जॉन बोथवेल ने कहा, "हमने अपने जल को सुरक्षित कर लिया है, लेकिन अब हम इसका उपयोग अन्य लोगों को समझाने में मदद करने के लिए कर सकते हैं. इन शार्क की सुरक्षा के लिए हमें आपकी सहायता की आवश्यकता है."

कुछ महीने पहले ग्रैंड केमन के तट के पास समुद्री संरक्षण वाले ब्लू बेल्ट प्रोग्राम के वैज्ञानिकों ने सतह पर अपना BRUV कैमरा डाला. ताकि ये देख सकें की कौन से जीव इसमें आते हैं. 

इसके बाद सफेद मीनपक्षी शार्क कैमरे के आसपास घूमती नजर आईं. साथ ही कैमरे पर अपना सिर रगड़ रहीं थीं. दरअसल, सफेद मीनपक्षी शार्क को जिज्ञासु प्रकृति का जीव भी माना जाता है.