एक ओलंपिक में 2 मेडल जीते वाली Manu Bhaker को मिली बड़ी खुशखबरी, गोरिया गांव की बेटी लहराएगी तिरंगा

पेरिस ओलंपिक में 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर निशानेबाज मनु भाकर ने इतिहास रच दिया.

इसके बाद मनु भाकर को एक और बड़ी खुशखबरी मिली है. दरअसल, वह रविवार 11 अगस्त को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी.

भारतीय ओलंपिक संघ के एक अधिकारी ने कहा, 'मनु भाकर को ध्वजवाहक के रूप में चुना गया है. उन्होंने बेजोड़ प्रदर्शन किया और वह इसकी हकदार हैं.'

हरियाणा की इस 22 वर्षीय निशानेबाज ने इससे पहले कहा था कि भारत का ध्वजवाहक बनना सम्मान की बात होगी.'

मनु ने कहा था,‘भारतीय दल में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अधिक हकदार हैं, लेकिन अगर मुझे ऐसा करने के लिए कहा जाता है तो यह वास्तविक सम्मान होगा.’ भारतीय ओलंपिक संघ ने अभी तक पुरुष ध्वजवाहक के नाम की घोषणा नहीं की है.

आपको बता दें कि मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का खाता खोला था. 

वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनी. मनु भाकर ने इसके बाद सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल में मिक्स्ड टीम का ब्रॉन्ज मेडल भी जीता.

आजादी के बाद मनु भाकर ने एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 में  निशानेबाजी की स्पर्धा में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. 

इससे पहले किसी भी पुरुष या महिला एथलिट ने एक ही ओलंपिक में दो मेडल नहीं जीते हैं. 

आजादी से पहले ब्रिटिश मूल के भारतीय खिलाड़ी नॉर्मन प्रिचार्ड ने 1900 ओलंपिक में 200 मीटर फर्राटा और 200 मीटर बाधा दौड़ में सिल्वर मेडल जीते थे. उन्होंने 1 ओलंपिक में 2 मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया था.