ऐसी है भारत की पहली अंडरवॉटर टनल, जानिए खासियत

आज पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल में हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन किया. इसके साथ ही पहली अंडरवॉटर टनल भी यातायात के लिए खुल गई.

ये अंडरवॉटर टनल  ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना का एक हिस्सा है.

हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच टनल की लंबाई 4.8 किलोमीटर है. इसमें, 1.2 किमी सुरंग हुगली नदी में 30 मीटर नीचे है.

हुगली नदी के नीचे स्थापित हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा स्टेशन भी होगा.

नदी के नीचे 2 टनल बनाए गए हैं. जिसके जरिए लोग टनल में आधा किमी का सफर पैंतालीस सेंकड में तय कर लेंगे.

टनल को ऐसे बनाया गया है कि ये 120 वर्ष तक ऐसे ही रहेगी. इस टनल में पानी की एक बूंद भी अंदर नहीं आ सकती.

अगर पानी अंदर आता भी है तो ये टनल पनडुब्बी की तरह बंद हो जाएगी.

टनल का निचला पार्ट पानी की सतह से 36 मीटर दूर है और ट्रेनें जमीनी स्तर से 26 मीटर नीचे चलेंगी.  

ये टनल भूकंप रोधी भी है.