टाटा का कारोबार संभालने वाला क्या है TATA TRUST, जानिए कैसे चलता है 34 लाख करोड़ का साम्राज्य

09 अक्टूबर, बुधवार को उद्योगपति रतन टाटा का निधन हो गया. 10 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार किया गया.

रतन टाटा के निधन के बाद ट्रस्ट का अध्यक्ष उनके सौतेले भाई नोएल टाटा को चुना गया है.

आज के समय में टाटा ग्रुप में 100 से अधिक कंपनियां है, जो कई देशों में फैली हैं.

अगस्त 2023 तक टाटा ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 34 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है.

टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का मार्केट कैप लगभग 15 लाख करोड़ रुपए का है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि टाटा ट्रस्ट क्या है...

टाटा ट्रस्ट में कई ग्रुप हैं, लेकिन उसमें दो प्रमुख हैं. एक है रतन टाटा ट्रस्ट और दूसरा सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट्स.

रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट्स की टाटा संस में हिस्सेदारी 52 पर्सेंट है. वहीं बाकी अन्य ट्रस्टों की हिस्सेदारी 14 पर्सेंट हैं.

ऐसे में  टाटा संस में टाटा ट्रस्ट की कुल हिस्सेदारी 66 पर्सेंट है. बता दें कि टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस है, जिसके अध्यक्ष चंद्रशेखरन हैं.

टाटा ट्रस्ट के ऊपर टाटा संस है और टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस है. जिसके मुताबिक, टाटा के व्यापार में सबसे मेन टाटा ट्रस्ट है.