रावण की पत्नी होने के बावजूद गुणों की धनी थीं मंदोदरी, हर स्त्री को सीखना चाहिए

रामायण में जिसकी सबसे कम चर्चा होती है, वो हैं रावण की पत्नी मंदोदरी. रावण के बारे में हर कोई बहुत कुछ जानता है.

लेकिन आज हम आपको मंदोदरी के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएंगे, जो आज की स्त्रियों को जरूर सीखना चाहिए...

मंदोदरी अधर्मी रावण की पत्नी होने के बावजूद भी सही और गलत का फर्क जानती थी. उन्होंने कभी भी धर्म का उल्लंघन नहीं किया.

मंदोदरी ने रावण को खूब समझाया था कि वो मां सीता को लौटा दे और प्रभु राम की शरण में चला जाए, लेकिन रावण ने उनकी बात नहीं मानी.  

मंदोदरी ने वेदों, शास्त्रों और विभिन्न कलाओं में शिक्षा प्राप्त की थी. लेकिन उन्होंने कभी भी अपने पराक्रम और सुंदरता का घमंड नहीं किया.

मंदोदरी इतनी ज्ञानी थीं कि रावण भी उनसे परामर्श लेता था.

मंदोदरी एक आदर्श पत्नी, एक बुद्धिमान सलाहकार और एक धर्मपरायण स्त्री का प्रतीक है.

मंदोदरी रावण से बहुत प्रेम करती थीं. उन्होंने रावण को महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार करने से कई बार रोका था.

लेकिन अहंकारी रावण ने मंदोदरी की बात नहीं मानी, जिसके बाद उसका प्रभु राम के हाथों पतन हो गया.