अपने बच्चों की मौत का बदला जरूर लेते हैं भेड़िये, जानिए इसके पीछे की सच्चाई

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक फैला हुआ है. इस समय भेड़िए की धर-पकड़ जारी है.

भेड़ियों के आतंक के कारण लोगों में अभी डर का माहौल है. ऐसे में लोगों के मन में एक धारणा फैली है कि भेड़िये अपने बच्चों की मौत का बदला जरूर लेते हैं.

ऐसे में आइए आपको बताते हैं इसके पीछे की सच्चाई. दरअसल, भेड़ियों की दुनिया कई सारे मिथकों और रहस्यों से भरी हुई है.

दरअसल, भेड़िये सामाजिक प्राणियों के रूप में काम करते हैं और वो हमेशा एक झुंड में रहते हैं.

हर झुंड में एक प्रमुख जोड़ा होता है, जो अपने पूरे झुंड का नेतृत्व करता है.

भेड़िये अपने बच्चों की बहुत सुरक्षा करते हैं. जब भेड़िया का बच्चा बीमार होता है या घायल हो जाता है, तो पूरा झुंड उसकी देखभाल करता है.

ऐसे में जब किसी शिकारी के कारण भेड़ियों के बच्चे की मौत हो जाती है, तो लोगों को लगता है कि भेड़िया प्रतिशोध ले सकते हैं.

हालांकि, ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं, जिसमें ये पुष्टी हो सके कि भेड़िया अपने बच्चे की मौत का बदला लेते हैं.

कई रिसर्च के मुताबिक, भेड़िये बदला लेने की बजाय अपने समूह की संरचना को बनाए रखने पर फोकस रहते हैं.