Tulip Festival: अब दिल्ली जन्नत से कम नहीं, कश्मीर ही नहीं राजधानी में यहां लगा है ट्यूलिप फेस्टिवल

Tulip Festival In Delhi: दिल्ली में वसंत ऋतु के आगमन पर ट्यूलिप फेस्टिवल मनाया जाता है. लोग इन फूलों की खूबसूरती देखने दूर-दूर से आते हैं. 

ये हर साल दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है. खास बात ये है कि कश्मीर का ट्यूलिप फेस्टिवल काफी फेमस है. 

ये त्यौहार फूलों की सुंदरता के साथ ही वसंत के आगमन का प्रतीक है. इसे मनाने के और भी कई कारण हैं, जिसे आप शायद न जानते होंगे.

आपको बता दें कि ट्यूलिप का फूल लिली परिवार का होता है, जो बारहमासी फूलों में से एक है. वसंत में खिलने वाले ये फूल दिखने में बड़े कप के आकार के होते हैं. 

अगर आप दिल्ली के लगे ट्यूलिप फेस्टिवल जाते हैं, तो ये सही समय है. यहां आपको लाल, पीले और सफेद समेत रंग बिरंगे फूल देखने को मिलेंगे, जो आपका मन मोह लेंगे. 

ट्यूलिप के पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए ठंडे तापमान की जरूरत होती है. ये फेस्टिवल नई दिल्ली मुंसिपल कॉरपोरेशन ने होस्ट किया है. इस बार ये 10 से 21 फरवरी तक है. चाणक्यपुरी में लगे इस फेस्टिवल में एंट्री फ्री है. 

अगर आप ट्यूलिप फेस्टिवल में जाने का प्लान बना रहे हैं, तो सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे के बीच जा सकते हैं. इसके बाद एंट्री नहीं मिलेगी.

इस फेस्टिवल में आपके लिए ट्यूलिप वॉक, फ्लावर एक्सिबिशन, फोटो कांटेस्ट और म्यूजिक इवेंट भी होंगे. फेस्टिवल में 8 रंग के फूलों की धूम रहेगी. इसमें गुलाबी, लाल, ऑरेंज, पर्पल, काला और पीला-लाल जैसे रंग होंगे.

आपको बता दें कि ट्यूलिप सुंदरता का प्रतीक है, जो कई रंग के होते है. इनका आकार भी अलग-अलग होता है. इस फेस्टिवल में फूलों की सुंदरता प्रदर्शनी देखने को मिलेगी.

ट्यूलिप फेस्टिवल वसंत के मौसम में पर्यटन को बढ़ाने में काफी मददगार है. ये फूल देश ही नहीं दुनिया भर से लोगों को आकर्षित करते है. वहीं, पर्यटन बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है.