विभिन्न प्रकार के होते हैं सिरदर्द, जानिए मुख्य लक्षण

सिरदर्द होना मतलब पूरी रूटीन का डिस्टर्ब होना. जिस दिन सिर भारी हो जाए उस दिन कुछ भी अच्छा नहीं लगता.

ऐसे में अक्सर कुछ लोग खुद से ही पेन किलर लेकर दर्द का निवारण कर लेते हैं. वहीं, कुछ लोग तेल या बाम लगा कर मालिश करते हैं.

लेकिन सिरदर्द किस प्रकार का है, उसके हिसाब से उसका इलाज हो तो बेहतर है. क्योंकि सभी सिरदर्द एक जैसे नहीं होते हैं. आइए जानते हैं सिरदर्द के विभिन्न प्रकार-

साइनस:  इसमें साइनस के आसपास दर्द महसूस होगा, आंखों और माथे के आसपास दबाव महसूस होगा. सिर झुकाने पर या मोड़ने पर दर्द बढ़ जाएगा.

तनाव: तनाव लेने पर होने वाले सिरदर्द में पूरा सिर लगातार भारी सा बना रहता है. सामने माथे पर सिर के दोनों तरफ एक लंबे बैंड में एक जैसा बने रहने वाला दर्द होता है.

माइग्रेन: माइग्रेन एक तरह का थ्रॉबिंग दर्द होता है, जिसमें सिर के एक तरफ हल्के धमकते हुए दर्द से शुरुआत होती है और यह धमक बढ़ती जाती है.

इसमें उल्टी और मितली जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं. लाइट देख कर या शोर सुन कर ये दर्द और भी बढ़ जाता है.

क्लस्टर हेडेक: यह दर्द क्लस्टर में होता है, जिसका मतलब है कि अक्सर सिर के एक तरफ क्लस्टर या ग्रुप में असहनीय दर्द होता है. स्मोकिंग या एक्सरसाइज से ये दर्द बढ़ता है.

टीएमजे डिसऑर्डर: इसमें सिर के साथ जबड़े के आसपास तेज दर्द होता है. जबड़े या चेहरे पर कसावट, जबड़े का क्लिक करना भी इसके लक्षण हैं.

एलर्जी हेडेक: नाक, चीकबोन के आसपास, माथे पर और कान के ऊपर होने वाला एक हल्का दर्द जो लगातार बने रहता है, वो एलर्जी हेडेक हो सकता है.

यह पॉलेन एलर्जी या धूल से एलर्जी के कारण हो सकता है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी, विधि, तरीक़ों पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)