International News: US जर्मनी भेजेगा 'मौत का सामान', भड़का रूस
अमेरिका-रूस का टकराव चरम पर है. रूस-यूक्रेन युद्ध की आग जब तक दबी थी, तब तक दबी थी. अब एक बार फिर से शोले भड़क रहे हैं.
इससे ये संकेत मिलते हैं कि यूक्रेन को घुटनों पर लाने की चाहत रखने वाले राष्ट्रपति पुतिन बड़ा फैसला ले सकते हैं. दरअसल, रूस अमेरिका के फैसले पर नाराज है.
अमेरिकी फौज ने NATO की सुरक्षा के नाम पर अपनी सबसे घातक और लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली बेहद खतरनाक मिसाइलों की जर्मनी में तैनाती का फैसला किया है.
जर्मनी में टॉमहॉक मिसाइल की तैनाती सामरिक दृष्टि से बहुत अहम होने जा रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसे रूस के साथ चल रही तनातनी से जोड़ा जा रहा है.
आपको बता दें कि टॉमहॉक क्रूज मिसाइल 1250 किलोमीटर से 2500 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मनों को भेदने की काबिलियत रखती है.
क्रूज मिसाइल होने के कारण यह मिसाइल सतह से काफी नजदीक उड़ान भरती है. जिस वजह से दुश्मन के रडार को टॉमहॉक मिसाइल की आहट नहीं मिल पाती है.
टॉमहॉक मिसाइल अपने लक्ष्य तक सीधे नहीं जाती. इसी कारण टॉमहॉक को किसी एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम के जरिए बीच रास्ते में गिराया नहीं जा सकता है.
जर्मनी में टॉमहॉक की तैनाती महज ट्रेलर माना जा रहा है, क्योंकि अमेरिका स्टैंडर्ड मिसाइल 6 और हाइपरसोनिक हथियार भी तैनात करने की तैयारी में है.
अमेरिका टॉमहॉक के जरिए रूस को संदेश देने की कोशिश में है तो दूसरी तरफ रूस अमेरिका को ट्रेलर दिखा रहा है.