वरूथिनी एकादशी पर भूलकर भी न करें ये काम, वरना झेलने पड़ेंगे बुरे परिणाम

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का खास महत्व होता है. वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर वरुथिनी एकादशी मनाई जाती है.

इस दिन भगवान विष्‍णु की पूजा-अराधना की जाती है. मान्‍यता है कि एकादशी के दिन व्रत रखने और विधिवत लक्ष्‍मीनारायण की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्‍ति होती है.

इस साल 24 अप्रैल को वरूथिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा. शास्त्रों के अनुसार, वरूथिनी एकादशी के दिन कुछ गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए वरना भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं.  

वरूथिनी एकादशी के दिन घर और मंदिर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. मान्यताओं के अनुसार, साफ-सफाई वाली जगह पर ही मां लक्ष्मी का वास होता है.

वरूथिनी एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. क्योंकि इस दिन मां लक्ष्मी एकादशी व्रत रखती हैं. ऐसे में तुलसी के पत्ते तोड़ने से मां लक्ष्मी का व्रत टूट सकता है.

वरूथिनी एकादशी के दिन भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए, वरना बुरे परिणाम झेलने पड़ते हैं.

वरूथिनी एकादशी के दिन भूलकर भी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, वरना भगवान विष्णु नाराज होते हैं.

वरूथिनी एकादशी के दिन घर-परिवार में किसी से वाद-विवाद करने से बचें.

(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ‘The Printlines’ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)