आखिर लोग कैसे हो जाते हैं Digital Arrest? क्यों नहीं काट पाते हैं ठगों का फोन, जानिए वजह

देशभर में डिजिटल अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. आए दिन स्कैमर्स लोगों के फोन में घुसकर उनसे ठगी कर रहे हैं.

ऐसे में लोगों के मन ये सवाल उठ रहे कि लोग कैसे डिजिटल अरेस्ट होते हैं.

इस दौरान उनके साथ ऐसा क्या होता है कि वो ठगों का फोन नहीं काट पाते. तो आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...

दरअसल, डिजिटल अरेस्ट में ठग लोगों को वीडियो कॉल करते हैं और उसे लालच या धमकी देकर कैमरे के सामने घंटों तक बैठाए रहते हैं.

उनके इस जाल में सीधा-साधा फंस जाता है और डिजिटल अरेस्ट हो जाता है.

इसके बाद स्कैमर्स उनसे सभी तरह की पर्सनल डिटेल मांगते हैं और फिर उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं.

ऐसे में आप ये सोच रहे होंगे कि कोई उनका फोन क्यों नहीं काट देता है. बता दें कि ठग ऐसे आईडिया अपनाते हैं, जिससे व्यक्ति डर जाता है.

उदाहरण के लिए ऐसे समझिए कि ठग व्यक्ति को फोन करते कहता है कि मैं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट या पुलिस स्टेशन से बोल रहा हूं. आपके नाम पर फ्रॉड चल रहा है.

फिर ठग उन्हें वीडियो कॉल करता है और उन्हें कहता है कि आप कैमरे के सामने तब तब बैठे रहेंगे, जब तक हमारी पूछताछ खत्म न हो जाए.

वहीं, ठग व्यक्ति को धमकाते हैं कि अगर वो फोन काटता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

उनकी इस बातों से व्यक्ति डर जाता है और डिजिटल अरेस्ट का शिकार बन जाता है.