केवल कर लें ये छोटा सा काम,  मिल जाएगा YouTube के लंबे-लंबे विज्ञापनों से छुटकारा 

YouTube ने नया फीचर लॉन्च किया है. इसका नाम Pause Ads फीचर है. खास बात ये है कि ये फीचर तब एक्टिव होता है, जब वीडियो प्लेबैक रोकते हैं. 

आपको बता दें कि यूट्यूब कम्युनिकेशंस मैनेजर Oluwa Falodun ने इस फीचर के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ये फीचर विज्ञापनदाताओं और दर्शकों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है.

The Verge की रिपोर्ट के अनुसार विज्ञापनदाताओं ने नए एड फॉर्मेट को लेकर काफी रुचि दिखाई है. साल 2023 में विज्ञापनदाता के ग्रुप पर इसका परीक्षण किया गया. 

तब पॉज एड्स को पॉजिटिव फीडबैक मिला. ये फीचर इनएक्टिविटी के दौरान दर्शकों संग जुड़ने में सक्षम बनाता है. खास तौर पर स्मार्ट टीवी पर, जहां विज्ञापन का सीमित प्रभाव होता है. 

Falodun के अनुसार विज्ञापनदाता व दर्शकों की प्रतिक्रिया अच्छी रही. उन्होंने बताया, "जैसा कि हमने विज्ञापनदाता और दर्शक दोनों की मजबूत प्रतिक्रिया देखी है, हमने तब से पॉज एड्स को सभी विज्ञापनदाताओं के लिए रोल आउट किया है."

YouTube ने विज्ञापनों को कम करने के लिए पॉज एड्स फॉर्मेट तैयार किया है. पिछले साल प्लेटफॉर्म ने कई प्रकार के विज्ञापनों का परीक्षण किया है, जिसमें लंबे अनस्किपएबल विज्ञापन, ब्रांडेड QR कोड और लाइव स्ट्रीम के दौरान पिक्चर-इन-पिक्चर विज्ञापन शामिल हैं. 

पॉज एड्स वीडियो देखने में छोटे ब्रेक के दौरान भी कंटेंट को मॉनिटाइज करने की YouTube की स्ट्रेटजी में का प्रतिनिधित्व करते हैं.

भारत में विज्ञापन से बचने के यूजर्स YouTube का प्रीमियम ऑप्शन चुनते हैं. सितंबर 2024 तक भारत में इसकी कीमत हर माह 149 रुपये के साथ इंडिविजुअल प्लान, हर माह 299 में फैमिली प्लान व 89 रुपये में एक माह का स्टूडेंट प्लान है. 

इसके अलावा प्रीपेड ऑप्शन उपलब्ध हैं, जिसमें हर महीने 1,490 रुपये का इंडिविजुअल प्लान, हर क्वार्टर 459 रुपये का प्लान और हर महीने 159 रुपये का मासिक प्रीपेड प्लान शामिल है. 

नए यूजर्स भी YouTube प्रीमियम के लिए सीमित समय के लिए मुफ्त प्लान का लाभ उठा सकते हैं, जो तीन महीने या एक महीने के लिए उपलब्ध है.

यह ऑफर उनके लिए बहुत खास है, जिन्होंने पहले से यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता नहीं ली है.