Russia: यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस ने 14 विदेशी पत्रकारों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया है. इन पर कुर्स्क क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने का आरोप लगा है. इसकी जानकारी सोमवार को रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) ने दी. संघीय सुरक्षा सेवा ने एक बयान में कहा कि जांच के दायरे में आने वाले नवीनतम पत्रकार फ्रांस 24 और स्विटजरलैंड के CH मीडिया के हैं. अब रूस इन 14 पत्रकारों को ढूंढ रहा है. पकड़े जाने पर इन पत्रकारों को जेल हो सकती है.
पकड़े जाने पर होगी जेल
अगस्त में यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में अचानक हमला किया था. जंग छिड़ने के बाद से यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र कुर्स्क में पहली बार घुसपैठ की. साथ ही सीमावर्ती शहर सुदजा के आसपास के क्षेत्र पर कब्जा कर लिया. अगस्त महीने के मध्य में इटली के सरकारी प्रसारक RAI की एक टीम द्वारा पहली बार इस तरह की यात्रा किए जाने के बाद से कुछ विदेशी पत्रकारों ने यूक्रेन के कब्जे वाले रूसी इलाके का दौरा किया है. रूसी कानून के तहत अवैध रूप से सीमा पार करने पर पांच वर्ष तक की जेल हो सकती है. ऐसे में ये पत्रकार अब रूस के लिए मोस्ट वांटेड बन गए हैं. मौजूदा समय में रूस ने कुर्स्क क्षेत्र के काफी बड़े इलाके से यूक्रेनी सेना को खदेड़ दिया और इलाके में काउंटर ऑफेंसिव ऑपरेशन अब भी जारी हैं.
यूक्रेन ने कुर्स्क पर किया था कब्जा
बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया था कि उनकी सेना ने कुर्स्क के लगभग 100 किलोमीटर के इलाके पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने कुर्स्क क्षेत्र में रूसी जमीन पर एक यूक्रेनी सैन्य अड्डे के निर्माण का भी दावा किया था. यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क को रूस से जोड़ने वाले तीन प्रमुख पुलों पर भी उड़ा दिया था. इससे रूस का कुर्स्क क्षेत्र से काफी हद तक जमीनी संपर्क टूट गया था. हालांकि, बाद में रूसी सेना ने हवाई और जमीनी दोनों ओर से यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमला किया और उन्हें पीछे भगा दिया है.
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