अफगानिस्तान में बारि‍श और बर्फबारी से मचा कोहराम, देखते-देखते काल के गाल में समा गए 39 लोग; 240 से अधिक घर तबाह

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Afghanistan Rain: कोई कितना भी ताकतवर क्‍यों न हो, लेकिन कुदरत के कहर के आगे किसी की नहीं चलती. कुछ ऐसी ही खबर अफगानिस्‍तान से सामने आई है, जहां भारी बारि‍श और बर्फबारी से हर तरफ कोहराम मचा हुआ है. जिसके चलते अब तक 39 लोगों की मौत भी हो चुकी है, जबकि 40 अन्य घायल हुए है.

तालिबान सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, अफगानिस्तान में आई इस तबाही से अब तक 240 से अधिक घर तबाह हो चुके हैं, जबकि 61 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए.

आपदा से दर्जनों लोगों की मौत

वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता अब्दुल्ला जान साइक ने कहा कि देश के ज्‍यादातर प्रांतों में कई दिनों तक हुई बारिश से सूखे का प्रभाव तो कम हो गया है, लेकिन इससे काफी जानमाल की हानि हुई है. प्रांतीय अधिकारियों द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक, बर्फबारी और बारिश के वजह से देशभर में दर्जनों लोग मारे गए और घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकतर दक्षिण-पश्चिमी फराह प्रांत में हैं.

बारिश और ओलावृष्टि से 240 घर तबाह

जान साइक ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि से 240 घर पूरी तरह नष्ट हो गए, जबकि 61 अन्य क्षतिग्रस्त हो गए. वहीं, प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण दल भेजे गए है, ऐसे में गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से सर्वेक्षण जारी है. हालांकि बर्फबारी होने के वजह से कुछ प्रांतों में सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिसे लोक निर्माण मंत्रालय के सहयोग से खोलने की कोशिश की जारी है.

कृषि और पशुधन पर प्रभाव

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता अब्दुल्ला जान सय्यद के मुताबिक, अधिकांश प्रांतों में लगातार बारिश और बर्फबारी से जल बुनियादी ढांचे को समृद्ध होगा. कृषि में सुधार होगा और पशुधन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. वहीं, पिछले साल मई में आई बाढ़ ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली थी और अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर कृषि भूमि जलमग्न हो गई थी, जहां 80 प्रतिशत लोग जीवित रहने के लिए खेती पर निर्भर हैं.

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील देशों में यह छठे स्थान पर है.

इसे भी पढें:-बांग्लादेश में कानून व्यवस्था और राजनीति अस्थिरता पर आर्मी चीफ के बयान से मचा बवाल, क्या गिर जाएगी यूनुस सरकार?

Latest News

28 February 2025 Ka Panchang: शुक्रवार का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

28 February 2025 Ka Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त देखा...

More Articles Like This