America Airstrikes Houthi: अमेरिका इस समय लगातार यमन में हूती विद्रोहियों को टारगेट कर रही है. ऐसे में ही इस बार अमेरिका ने हूतियों के कब्जे वाले रास ईसा तेल बंदरगाह पर घातक हवाई हमला किया है, जिसमें करीब 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है. बंदरगाह पर इस हमले की जानकारी हूति विद्रोहियों द्वारा दी गई है. वहीं, अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने भी इसकी पुष्टि की है.
हूती विद्रोहियों के खिलाफ हमले जारी
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा निर्देश मिलने के बाद अमेरिकी सेना 15 मार्च से ही हूती विद्रोहियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले कर रही है. ऐसे में हूती विद्रोहियों के समाचार चैनल ने अमेरिका द्वारा किए गए हमले के बाद की स्थिति का ग्राफिक फुटेज प्रसारित किया, जिसमें घटनास्थल पर लाशें बिखरी नजर आ रही हैं.
VIDEO | US airstrikes targeting the Ras Isa oil port held by Yemen's Houthi rebels killed 20 people and wounded 50 others. The strikes have been confirmed by the US military's Central Command.#Yemen #US
(Source: Third Party/@CENTCOM) pic.twitter.com/K3V3yC1JzS
— Press Trust of India (@PTI_News) April 18, 2025
हमले का मकसद लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं
इसी बीच अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने जारी किए गए अपने एक बयान में कहा है कि अमेरिकी सेना ने ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों के लिए ईंधन के इस स्रोत को खत्म करने कि साथ ही उन्हें अवैध राजस्व से वंचित करने के लिए यह कार्रवाई की है. उन्होंने अमेरिका द्वारा किए जा रहे हमले को लेकर कहा है कि इस हमले का मकसद यमन के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि उन्हें हूतियों से आजाद कराना है. और शांति से स्थापित करना है.
कौन हैं हूती?
बता दें कि हूती विद्रोहियों को ‘अंसार अल्लाह’ के नाम से भी जाना जाता है, जो इस समय यमन में सक्रिय हैं और इसे शिया मुस्लिम विद्रोही गुट माना जाता है. हूती आंदोलन की शुरुआत साल 1990 के दशक में हुई थी और 2014-2015 में हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था.
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