अमेरिका ने यमन में किया अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला, 20 लोगों की मौत

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

America Airstrikes Houthi: अमेरिका इस समय लगातार यमन में हूती विद्रोहियों को टारगेट कर रही है. ऐसे में ही इस बार अमेरिका ने हूतियों के कब्जे वाले रास ईसा तेल बंदरगाह पर घातक हवाई हमला किया है, जिसमें करीब 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है. बंदरगाह पर इस हमले की जानकारी हूति विद्रोहियों द्वारा दी गई है. वहीं, अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने भी इसकी पुष्टि की है.

हूती विद्रोहियों के खिलाफ हमले जारी

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा निर्देश मिलने के बाद अमेरिकी सेना 15 मार्च से ही हूती विद्रोहियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले कर रही है. ऐसे में हूती विद्रोहियों के समाचार चैनल ने अमेरिका द्वारा किए गए हमले के बाद की स्थिति का ग्राफिक फुटेज प्रसारित किया, जिसमें घटनास्थल पर लाशें बिखरी नजर आ रही हैं.

हमले का मकसद लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं

इसी बीच अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने जारी किए गए अपने एक बयान में कहा है कि अमेरिकी सेना ने ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों के लिए ईंधन के इस स्रोत को खत्म करने कि साथ ही उन्‍हें अवैध राजस्‍व से वंचित करने के लिए यह कार्रवाई की है. उन्‍होंने अमेरिका द्वारा किए जा रहे हमले को लेकर कहा है कि इस हमले का मकसद यमन के लोगों को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि उन्‍हें हूतियों से आजाद कराना है. और शांति से स्‍थापित करना है.

कौन हैं हूती?

बता दें कि हूती विद्रोहियों को ‘अंसार अल्लाह’ के नाम से भी जाना जाता है, जो इस समय यमन में सक्रिय हैं और इसे शिया मुस्लिम विद्रोही गुट माना जाता है. हूती आंदोलन की शुरुआत साल 1990 के दशक में हुई थी और 2014-2015 में हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था.

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