Israerl Hezbollah War: इज़राइल और हिज्बुल्लाह के बीच जारी जंग के रूकने का कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा मना करने के बावजूद इजराइल लेबनान पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव से अमेरिका सतर्क हो गया है. अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में अपनी तैयारी पहले से ही शुरू कर दी है.
सतर्क हुआ अमेरिका
दरअसल, हिजबुल्लाह ने इजराइल को अपने यहां हुए पेजर धमाकों के बाद बदला लेने की धमकी दी है और मिसाइल हमलों को जारी रखने की कसम खाई है. वहीं, इजराइल की तरफ से लेबनान पर हमले बढ़ा दिए गए हैं. बीती रात इजराइल ने लेबनान पर पूरी रात बम धमाका किया है. इज़राइल और हिज्बुल्लाह के बढ़ते संघर्ष को देखते हुए अमेरिका ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
अमेरिका ने अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है, लगभग 40,000 सैनिक, एक दर्जन युद्ध पोत और चार लड़ाकू जेट स्क्वाड्रन को मध्य पूर्व में तैनात किया गया है. जो किसी भी अप्रिय घटना से अमेरिका और उसके सहयोगियों की रक्षा करने में सक्षम हैं.
अमेरिका अधिकारियों ने क्या कहा?
इजराइल और हिजबुल्लाह के बढ़ते संघर्ष पर जब पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह से पूछा गया कि क्या हालिया घटनाओं के बाद अमेरिका अपनी सेना की संख्या बढ़ाएगा, तो उन्होंने कहा कि पहले से ही मध्य पूर्व में पर्याप्त सेना तैनात है, जो इस्लामिक स्टेट, हूती विद्रोहियों से निपटने और इज़राइल की मदद के लिए पर्याप्त है.
अमेरिका के एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि अतिरिक्त जवानों से हमें मदद मिली है, क्योंकि अमेरिका यहां विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों में तैनात है, जिसमें इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट, यमन में ईरानी समर्थित हौथी विद्रोहियों से निपटना और इजरायल को मदद करना शामिल है. सैन्य अधिकारी ने बताया कि नौसेना के युद्धपोत पूर्वी भूमध्य सागर से लेकर ओमान की खाड़ी तक पूरे क्षेत्र में बिखरे हुए हैं, और वायु सेना और नौसेना दोनों के लड़ाकू जेट किसी भी हमले का जवाब देने के लिए रणनीतिक रूप से कई स्थानों पर तैनात हैं.