रूस-चीन को अमेरिका का झटका, पेश किया सबसे खतरनाक बमवर्षक बी-21 रेडर स्टील्थ बॉम्बर

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

America; B-21 Raider Stealth Bomber: संयुक्‍त राष्‍ट्र अमेरिका ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल कर ली है, जिससे रूस और चीन जैसे देश भी हैरत में पड़ गए हैं. जी हां, अमेरिकी वायु सेना के पास जल्द ही बी-21 रेडर स्टील्थ बॉम्बर होगा, जिसकी फ्लाइट टेस्टिंग शुरू हो चुकी है. इसकी पहली उड़ान के साथ ही पहली तस्वीर दुनिया के सामने पेश की गई है.

बता दें कि अमेरिका के स्‍टील्‍थ बॉम्‍बर बनाने की खबर आते ही रूस और चीन ने भी ऐसे बमवर्षक विमान बनाने में लग गया था, लेकिन अब तक आधिकारिक रूप से इसमें सफलता मिलने की दोनों देशों ने पुष्टि नहीं की है. ऐेसे में अमेरिका की यह पेशकश दोनों देशों के लिए झटका है. साथ ही यह अमेरिका की बड़ी उपलब्धि है, जिसके सामने कोई भी देश नहीं टिकता है. आइए जानते हैं इस बमबर्षक की विशेषताओं के बारे में…

परमाणु बम-पारंपरिक हथियार ले जाने के योग्‍य

बी-21 रेडर स्‍टील्‍थ बॉम्‍बर ने बुधवार को पहली उड़ान भरी. इसकी उड़ान भरने की तस्‍वीर अमे‍रिकी वायु सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर शेयर की.  बी-21 रेडर स्टील्थ बॉम्बर (B-21 Raider Stealth Bomber) दुनिया का सबसे खतरनाक आधुनिक बॉम्‍बर है. यह जितना खतरनाक है, उतने ही गुपचुप तरीके से अपने मिशन को अंजाम देता है. यह बॉम्बर परमाणु बम के साथ ही पारंपरिक हथियार ले जाने में भी सक्षम है. इस बमवर्षक को पायलट के बिना भी उड़ाया जा सकता है.

30 सालों में पहली बार स्टील्थ बमवर्षक बनाया

बता दें कि पिछले 30 सालों में अमेरिका ने पहली बार कोई स्टील्थ बमवर्षक बनाया है, जिसकी उड़ान का परीक्षण कैलिफोर्निया में स्थित एडवर्ड्स एयरफोर्स बेस पर शुरू हुआ है. इसकी तस्वीरें शेयर करने के साथ ही अमेरिकी वायुसेना ने बयान दिया है कि अमेरिकी वायुसेना के बमवर्षक बेड़े की रीढ़ बनने की ओर विकास जारी है.

घर में घुसकर बरसाएगा बम

अमेरिका के एफ-22 और एफ-35 युद्धक विमानों की तर्ज पर B-21 में भी स्टील्थ टेक्‍नीक का इस्तेमाल किया गया है. यह टेक्निक विमान के आकार और उसमें प्रयोग की गई सामग्री के जरिए विमान के एरिया को घटा देती है. इसके लिए इसके चारों तरफ इस तरह के पदार्थ और धातु का इस्‍तेमाल किया गया है, जो रडार की पकड़ में नहीं आता. यही इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह बॉम्‍बर अपने अभियान के दौरान किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आएगा. यह दुश्मन के घर में चुपचाप घुस कर बम बरसा कर चला आएगा और किसी को कानोंकान भनक तक नहीं लगेगी. इसीलिए अमेरिका ने दावा किया है कि आज तक ऐसा बमवर्षक विमान पहले कभी नहीं बनाया गया.

2 हजार किमी प्रति घंटे से भी अधिक हो सकती है गति

इस बमवर्षक को नॉर्थरोप ग्रुम्मन कंपनी द्वारा तैयार किया गया है. यह विमान पूरी तरह से डिजिटल और एक लॉन्ग रेंज स्ट्राइक बमवर्षक है. इसमें प्रैट एंड व्हीटनी का एफ135-पीडब्ल्यू-100 इंजन मॉडीफाई कर लगाया गया है. इससे यह करीब 2 हजार किमी प्रति घंटे की स्‍पीड से उड़ान भर पाएगा, जो किसी भी बमवर्षक विमान के लिए काफी तेज स्पीड मानी जाती है. हालांकि, एक संभावना यह भी है कि इसकी गति और भी तेज हो, क्योंकि कंपनी ने इसके बारे में कोई खुलासा नहीं किया है. यह बमवर्षक 50 से 60 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है.

किसी भी देश के पास नहीं है ऐसा विमान

चीन और रूस सहित दुनिया के किसी भी देश के पास ऐसा बॉम्‍बर नहीं है. यह जरूर है कि अमेरिका में स्टील्थ बॉम्बर के उत्पादन की खबरें आने के बाद इसी वर्ष अप्रैल में चीन ने भी अपने नवीनतम बमवर्षक एच-20 को तैनात करने का ऐलान कर दिया था.

अमेरिका के बी-2 की तरह चीन का एच-20

बता दें कि चीन का H-20 स्टील्थ बॉम्बर दो साल पहले ही दुनिया के सामने आ गया था, लेकिन तब यह नहीं बताया गया था कि इसकी तैनाती कब होगी. चीनी मीडिया रिपोर्ट्स को मानें तो H-20 बमवर्षक अधिकतम 13 हजार किमी तक हमला कर सकता है. वैसे इसकी कॉम्बैट रेंज 5 हजार किलोमीटर है. अमेरिकी एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि इसकी रेंज 8500 किमी से कुछ ही ज्यादा है. एक बात यह भी कही जाती है कि एच-20 स्टेल्थ बॉम्बर अमेरिका के ही B-2 बॉम्‍बर का चीनी वर्जन है. यानी अमेरिका जहां इस मामले में कई कदम आगे बढ़ रहा है, वहीं चीन उन्हीं के जैसा B-2 विमान तैनात करने जा रहा है. वैसे यह घोषणा हकीकत में कब बदलेगी, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है.

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