America-North Korea: अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन का दावा है कि नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रूस की मदद करते हुए यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध में अपने 11,000 हजारों सैनिक भेजे हैं. साथ ही ये भी कहा है कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूसी सेना की वर्दी पहन और उसके हथियारों से लैस होकर यूक्रेन के पास कुर्स्क क्षेत्र की ओर बढ़ रहे हैं. कोरिया के इस हरकत को ऑस्टिन ने खतरनाक और अस्थिर करने वाला कदम करार दिया है.
उत्तर कोरिया द्वारा रूस की मदद को लेकर अमेरिका भड़का हुआ है और ऐसे में ही संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप राजदूत ने बुधवार को किम जोंग उन को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस के साथ यूक्रेन में लड़ने के लिए जाने वाले उत्तर कोरियाई सैनिकों की डेड बॉडी बैग में वापस भेज देंगे.
दक्षिण कोरिया ने किया था दावा
बता दें कि दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसियों ने सबसे पहले इस बात का खुलासा किया किया था, कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की मदद की रहे है. इसके बाद लॉयड ऑस्टिन ने कहा था कि यह ‘एक बहुत ही गंभीर मुद्दा’ है जिसका यूरोप और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर असर होगा. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि उनकी सरकार को खुफिया जानकारी मिली है कि 10 हजार उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सेना में शामिल करने के लिए तैयार किया जा रहा है.
रूस की न्यूक्लियर फोर्स एक्टिव
वहीं, इधर यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश के परमाणु बलों को मिसाइल प्रक्षेपण सहित व्यापक अभ्यास शुरू करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद रूस की न्यूक्लियर फोर्स ने परमाणु मिसाइलों की टेस्टिंग शुरू कर दी है. ऐसे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि रूस का परमाणु शस्त्रागार ‘‘देश की संप्रभुता और सुरक्षा की विश्वसनीय गारंटी’’ बना हुआ है. रूस परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को ‘‘अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अंतिम उपाय’’ मानता है.
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