US-Iran: अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु डील पर दूसरे राउंड की बातचीत होनी है. इससे पहले खबर आ रही है कि ईरान के परमाणु ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए यूएस और इजरायल ने एक जबरदस्त प्लान तैयार कर रखा है. इस प्लान के तहत 33 लाख रुपये कीमत वाले 30 हजार पाउंड वजनी बमों से ईरान पर हमला किया जाना है. यह तैयारी ऐसे वक्त में की गई है जब अमेरिका और ईऱान के बीच परमाणु समझौते को लेकर वार्ता हो रही है.
बता दें कि ओमान में पहले दौर की बातचीत हुई थी. अब शनिवार, 19 अप्रैल को दूसरे दौर की बैठक होने वाली है. रिपोर्ट्स की मानें तो इजरायल ने ये प्लानिंग की है कि यदि परमाणु डील पर ईरान ने अमेरिका की बात नहीं मानी तो ये हमला जरूर होगा.
‘कमांडो रेड’ और एयरस्ट्राइक की प्लानिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, इज़रायल ने अमेरिका के साथ मिलकर ईरान पर दोतरफा हमला करने की तैयारी की है. इसमें पहली ओर, इज़रायली कमांडो टीम को ईरान के अंडरग्राउंड न्यूक्लियर साइट्स पर रेड करना शामिल है. दूसरी ओर, अमेरिकी फाइटर जेट्स से 30 हजार पाउंड (करीब 33 लाख रुपये) के बम गिराए जाने की भी योजना है. ये बम मुख्य रूप से ऐसी साइट्स को तबाह करने के लिए बनाए गए हैं, जो ज़मीन के काफी नीचे होती हैं.
अमेरिका का सामरिक जमावड़ा
अमेरिका ने मध्य पूर्व में भारी सैन्य साजोसामान इकट्ठा करना भी शुरू कर दिया है. दो एयरक्राफ्ट कैरियर कार्ल विंसन और हैरी एस. ट्रूमैन, THAAD और Patriot मिसाइल सिस्टम, B-2 बमवर्षक विमान जो 33 लाख के बम ले जा सकते हैं, इंडियन ओशन के Diego Garcia बेस पर भेजे गए. इससे स्पष्ट है कि अमेरिका किसी भी हालात में इज़रायल का साथ देने को तैयार है.
ट्रंप का ‘आखिरी चेतावनी’ वाला अंदाज़
हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलकर कहा था, अगर ईरान नहीं माना, तो हम ऐसा हमला करेंगे जैसा पहले कभी नहीं हुआ. हालांकि, उन्होंने मई में हमला रोकने की बात भी कही क्योंकि उस समय बातचीत चल रही थी. ईरान भी जवाबी तैयारी पूरी कर ली है. उसने अपने अंडरग्राउंड मिसाइल ठिकानों को सकिय कर दिया है और अपने सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है. सूत्रों के अनुसार, ईरान ने हौथी विद्रोहियों से समर्थन वापस ले लिया है, ताकि वो अपनी पूरी ताकत अमेरिका और इज़रायल के खिलाफ केंद्रित कर सके.
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