रूस में गिरफ्तार हुई दादा-दादी से मिलने आई अमेरिकी महिला, कोर्ट ने सुनाई 12 साल के कैद की सजा

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

American Donate : किसी व्‍यक्ति को कुछ दान देना हमेशा से ही पुण्य का काम माना जाता है, लेकिन रूस में ऐसा नहीं है. क्‍योंकि रूस में ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है जहां दान देने पर एक महिला को अरेस्ट कर लिया गया. साथ ही अदालत की ओर से उसे 12 साल की कैद की भी सजा भी सुनाई गई है.

बता दें कि रूस की महिला को महज 50 अमेरिकी डॉलर (4200 भारतीय रूपये) डोनेट करने पर ही 12 साल की कैद की सजा सुना दी गई है. ऐसे में सवाल ये है कि महज 50 डॉलर डोनेट करने को लेकर किसी को इतनी बड़ी सजा कैसे दी जा सकती है?

NGO को किया था डोनेट 

दरअसल, रूसी अदालत ने इस महिला को देशद्रोही करार दिया है क्‍योंकि महिला के पास अमेरिकी नागरिकता है, जबकि वो मूल रूप से रूसी महिला है. इस महिला को साल 2021 में अमेरिकी नागरिकता मिल गई थी और वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ न्यूयॉर्क सिटी में रहती है. इस वक्‍त यूक्रेन-रूस के बीच जंग जारी थी और ऐसे में इस महिला ने एक ऐसे NGO को 50 डॉलर दान दे दिए, जो वोलोदीमीर जेलेंस्की और यूक्रेन का इस युद्ध में सपोर्ट कर रही थी. यही वजह है कि 33 साल की केसेनिया करेलिना को रूस की अदालत ने 12 साल की सजा सुनाई है.

दादा दादी से मिलने आई महिला गिरफ्तार

बता दें कि दान देने वाली अपने दादा-दादी से मिलने के लिए अमेरिका से रूस आई थी. इसी बीच उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद जब अदालत में सुनवाई हुई तो उस दौरान कहा गया कि महिला ने यह रकम यूक्रेनी सेना को गोला बारूद खरीदने के लिए भेजी थी, जिसका इस्तेमाल रूस के खिलाफ हुआ.

यह भी पढ़ें-Bihar: सिवान में गोली मारकर BJP नेता की हत्या, असलहा-कारतूस बरामद

Latest News

डिजिटल पेमेंट में वर्ल्ड लीडर बन रहा भारत, RBI के डिप्टी गवर्नर बोले-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से फैल रहा UPI

UPI network: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूपीआई नेटवर्क का लगातार विस्‍तार हो रहा है, जिससे भारत डिजिटल पेमेंट टेक्नोलॉजी में...

More Articles Like This