US Gun Culture: अमेरिकी में गन खरीदना उतना ही आसान है जितना भारत में कार या बाइक खरीदना. अमेरिका का यह गन कल्चर घातक होता जा रहा है. इसकी वजह से कई बार हिंसा भी हो चुकी है. आए दिन यहां लाइसेंसी गन से फायरिंग और आम लोगों के जान जाने की खबरें आते रहती हैं. अमेरिका में कई संगठन गन कल्चर को बैन करने की मांग कर रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि इस मुद्दे पर कमला हैरिस और ट्रंपर भी एक साथ खड़े हैं.
कमला के पास बंदूक जब्त करने की योजना…
दरअसल, बुधवार को पेन्सिलवेनिया में हुए राष्ट्रपति डिबेट में ट्रंप और कमला हैरिस ने एक दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाएं. डिबेट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि कमला हैरिस गन लाइसेंस को बैन कर देंगे. गन के मालिकाना अधिकार पर बात करते हुए, ट्रंप ने हैरिस को कट्टरपंथी लिबरल दिखाना की कोशिश की. ट्रंप ने कहा, “वह हमारे देश को नष्ट कर रही हैं, उसके पास पुलिस का बजट कम करने का प्लान है. उसके पास हर किसी की बंदूक जब्त करने की योजना है, उसके पास पेंसिल्वेनिया या कहीं और फ्रैकिंग (तेल निकालने की तकनीक) की अनुमति नहीं देने की योजना है.”
मैं भी गन मालिक हूं…
डिबेट के दौरान सबसे खास बात यह हुई कि गन कल्चर के इन आरोपों को कमला हैरिस ने सिरे से खारिज कर दिया. जिसके बाद इस मुद्दे पर ट्रंप और कमला हैरिस एक साथ नजर आएं. कमला हैरिस ने कहा, “मैं एक बंदूक की मालिक हूं और मेरे पास बंदूक शायद उसी वजह से है जिस वजह से बहुत से लोग रखते हैं- सेल्फ डिफेंस के लिए.” कमला के इस बयान ने सबको चौंका दिया, क्योंकि कमला को गन कल्चर के खिलाफ समझा जा रहा था, क्योंकि उन्होंने एक प्रॉसिक्यूटर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की है.” ऐसे में राष्ट्रपति डिबेट में कई मतभेदों के साथ गन कल्चर पर दोनों नेता साथ खड़े दिखाई दिए.”
जानिए अमेरिका में गन कल्चर का महत्व
ज्ञात हो कि अमेरिका में गन रखना उसके कल्चर से जुड़ा हुआ है, यहां तक कि A-15 राइफल को अमेरिका की नेशनल गन भी कहा जाता है. ज्यादातर मामलों में बंदूकों को लेकर ट्रंप के समर्थकों और कमला के समर्थकों के बीच काफी हद तक एक जैसा नज़रिया है. ज्यादातर अमेरिकी अपनी सुरक्षा के लिए गन रखना जरूरी समझते हैं. यही वजह है कि अमेरिका में कई बड़ी घटनाओं के बाद भी गन रखने के ऊपर सरकार बैन नहीं लगा पाई है.