Predator Drone Deal: भारत और अमेरिका के बीच प्रीडेटर ड्रोन को लेकर डील होना है. इस बीच अमेरिका ने एडवांस ड्रोन निर्माण के लिए भारत को मदद देने की पेशकश की है. एडवांस ड्रोन में निगरानी और सैन्य परीक्षण के उच्च स्तरीय क्षमता होगी. बता दें कि दोनों देश प्रीडेटर ड्रोन डील को अंतिम रूप देने के लिए काफी समय से चर्चा कर रहे हैं. इस डील के तहत भारतीय सेनाओं को 31 एमक्यू-9बी (31 MQ 9B) प्रीडेटर ड्रोन मिलेंगे.
खरीदे जा रहे 31 MQ-9B ड्रोन
इस सौदे के तहत भारत की तीनों सेनाओं को निगरानी और डोमेन जागरूकता बढ़ाने के लिए ड्रोन मिलेंगे. ड्रोन डील के अनुसार, 31 MQ-9B ड्रोन खरीदे जा रहे हैं, जिनमें से 15 समुद्री क्षेत्र की कवरेज के लिए भारतीय नौसेना में तैनात होंगे. वहीं वायुसेना और थल सेना के पास ऐसे 8-8 हाईटेक ड्रोन होंगे, जिसे LAC के साथ-साथ कई अहम क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा.
DAC की बैठक में मिल सकती है मंजूरी
रक्षा सूत्रों के अनुसार, अमेरिका के इस प्रस्ताव पर आज, सोमवार को होने वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में चर्चा और मंजूरी के लिए विचार किया जा सकता है. बता दें कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में यह पहली डीएसी बैठक होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा मिल सकती है.
तीनों सेना के स्तर पर यह डील
अगर भारत और अमेरिका के बीच यह सौदा फाइनल हो जाती है तो भारत में एडवांस ड्रोन बनाने में लगने वाले समय में काफी कमी आ सकती है. सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन डील में शामिल अमेरिकी फर्म जनरल एटॉमिक्स है, जिसके अधिकारियों ने पिछले कुछ हफ्तों में इसे लेकर भारतीय पक्ष के साथ चर्चा की है. यह डील तीनों सेनाओं के स्तर पर किया जा रहा है, जिसमें इंडियन नेवी बातचीत का नेतृत्व कर रही है.
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