International News: भारत के कई लोग सऊदी अरब जाते हैं. कुछ लोग आजीविका के कारण यहां पर जाते है. चूकी सऊदी अरब में काफी गर्मी रहती है और पारा काफी हाई रहता है. इस गर्मी के कारण वहां पर एक भारतीय की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मृतक तेलंगाना का रहने वाला था और वह सऊदी अरब के दक्षिणी रेगिस्तान (जिसे एम्प्टी क्वार्टर या रब अल-खली के नाम से जाना जाता है) वहां पर रास्ता भटक गया था. तेज धूप और रेत के कारण वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान मोहम्मद शहजाद खान के रूप में हुई है. मृतक की उम्र करीब 27 साल की थी और वह तेलंगाना के करीमनगर का रहने वाला था.
मौत की वजह
दरअसल, मोहम्मद शहजाद और सुडान के अपने दोस्त के साथ रेगिस्तान घूमने गया था, जहां पर अचानक जीपीएस सिग्नल आना बंद हो गया. वहीं, रेगिस्तान में गए शख्स की मोबाइल की बैटरी भी खत्म हो गई वह बंद हो गया. बाद में मोहम्मद शहजाद की कार में तेल भी खत्म हो गया. इन परेशानियों के कारण नागरिकों को रास्ता खोजने के लिए भटकना पड़ा. शहजाद और सुडानी नागरिक पूरे चार दिनों तक रेगिस्तान में ही फंसे रहे. रेगिस्तान में तेज धूप, गर्मी, खाना-पानी न होने के कारण दोनों की मौत हो गई. शहजाद और उनके सुडानी दोस्त का शव गुरुवार को उनकी कार के बगल में रेत के टीलों में जानामाज के ऊपर पाया गया.
कब से सऊदी में रह रहा था शहजाद
बता दें कि मोहम्मद शहजाद सऊदी अरब में एक TELECOMMUNICATION कंपनी में काम कर रहा था. जिस रेगिस्तान में इन दोनों की मौत हुई है वह दुनिया के सबसे खतरनाक रेगिस्तानों में से एक है. यह रेगिस्तान 650 किलोमीटर में फैला हुई है. यह सऊदी अरब के नोर्थ में होफुफ के पास रियाद, सऊदी अरब के नजरान प्रांतों, यूएई, ओमान और यमन तक फैला हुआ है.
भीषण गर्मी ने ली थी हज यात्रियों की जान
इस साल सऊदी अरब में भीषण गर्मी पड़ी है. इस गर्मी के कारण हजारों की संख्या में हाजियों की मौत हुई है. आंकडों के अनुसार भीषण गर्मी के कारण 2700 से ज्यादा तीर्थयात्री बीमार हुए. इस साल पूरी दुनिया के करीब 1.8 मिलियन लोगों ने हज किया. वहीं, काफी गर्मी के चलते कुछ लोग बीमार हुए तो कुछ की मौत भी हुई. सऊदी में मिस्र के सबसे ज्यादा 323 नागरिकों की मौत हुई है. वहीं, हज यात्रा के दौरान भारत के 68 नागरिकों की मौत हुई और जॉर्डन के कुल 60 हज यात्रियों की मौत हुई.