युद्ध अपराध के संदिग्धों के खिलाफ जारी प्रतिबंध…‘सीरिया के भविष्य’ सम्मेलन में बोली एनालेना बैरबॉक

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Annalena Baerbock: जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने सऊदी अरब में आयोजित सीरिया के भविष्य पर एक सम्मेलन में बड़ा बयान दिया है. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि युद्ध के दौरान अपराधों के लिए जिम्‍मेदार सीरियाई अधिकारियों के खिलाफ लगे प्रतिबंध को जारी रहने की बात कही, साथ ही उन्‍होंने पिछले महीने राष्ट्रपति बशर असद सरकार का तख्तापलट किये जाने के बाद सीरियाई आबादी को राहत प्रदान करने के लिए ‘सही दृष्टिकोण’ अपनाने का आह्वान भी किया.

सीरिया के भविष्‍य को लेकर सऊदी में आयोजिम इस सम्मेलन में यूरोपीय और पश्चिमी एशिया के शीर्ष राजनयिकों ने भाग लिया. ऐसे में जर्मनी उन देशों में से एक है, जिसने असहमति पर क्रूर कार्रवाई करने के लिए असद सरकार पर प्रतिबंध लगाए हैं, जो सीरिया को लगभग 14 साल के गृहयुद्ध से उबरने में बाधा बन सकते हैं.

अब तक पांच लाख लोगों की गई जान

जानकारों का अनुमान है के सीरिया में चल रहे गृह युद्ध में अब तक 5 लाख लोग तारे जा चुके है, जबकि 2.30 करोड़ से अधिक लोग विस्‍थापित हुए है. इसी बीच एनालेना बैरबॉक का कहना है कि गृहयुद्ध के दौरान गंभीर अपराध करने वाले असद के गुर्गों के खिलाफ प्रतिबंध लागू रहना चाहिए, लेकिन जर्मनी प्रतिबंधों के लिए सही दृष्टिकोण अपनाने का प्रस्ताव करता है, जिससे सीरियाई आबादी को तेजी से राहत मिल सके. उन्‍होंने कहा कि सीरियाई लोगों को अब सत्ता परिवर्तन से त्वरित लाभ की आवश्यकता है.”

2011 में लगना शुरू हुआ प्रतिबंध

इसके अलावा, जर्मनी विदेश मंत्री ने भोजन, आपातकालीन आश्रयों और चिकित्सा देखभाल के लिए जर्मन सहायता में अतिरिक्त 5.12 करोड़ अमेरिकी डॉलर की घोषणा की. दरअसल अमेरिका, यूरोपीय देशों और कुछ अरब देशों ने साल 2011 के विद्रोह पर असद द्वारा की गयी कार्रवाई के बाद प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया, वहीं संघर्ष के युद्ध में तब्दील होने पर उन्हें और कड़ा कर दिया.

इन देशों द्वारा न केवल सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों पर लगाये गये थे बल्कि देश के तेल उद्योग, अंतरराष्ट्रीय धन हस्तांतरण और असद सरकार से जुड़ी सैकड़ों संस्थाओं व लोगों पर भी लागू किये गये थे, जिससे अर्थव्यवस्था को व्यापक नुकसान पहुंचा था.

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