आबादी के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े मजहब क्रिश्चियन के धर्मगुरू पोप फ्रांसिस द्वारा आर्चबिशप जॉर्ज कूवाकड़ को उनकी धार्मिक सेवा के लिए कार्डिनल बनाए जाने की घोषणा की गई है. इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत सरकार ने एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा, जिसका नेतृत्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने किया.
पीएमओ (PMO) की ओर से सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोप फ्रांसिस और अन्य क्रिश्चियन धर्मगुरुओं की तस्वीर शेयर की गई, जिसका कैप्शन था, ”यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है कि आर्चबिशप जॉर्ज कूवाकड को श्रद्धेय पोप फ्रांसिस द्वारा कार्डिनल बनाया जाएगा.”
It is a matter of immense pride for India that Archbishop George Koovakad will be created as a Cardinal by His Holiness Pope Francis.
The Government of India sent a delegation led by Union Minister Shri George Kurian to witness this Ceremony.
Prior to the Ceremony, the Indian… pic.twitter.com/LPgX4hOsAW
— PMO India (@PMOIndia) December 7, 2024
इस समारोह में भागीदारी के लिए भारत सरकार ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा. समारोह से पहले, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की.’
पोप फ्रांसिस का संदेश
समारोह से पहले पोप फ्रांसिस ने एक ट्वीट के माध्यम से अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने कहा, “क्राइस्ट का दिल खुलापन, उपहार और मुलाकात है. क्राइस्ट में हम एक-दूसरे से अच्छे और खुशहाल तरीके से संबंध बनाना सीखते हैं, ताकि हम पृथ्वी पर प्रेम और न्याय के लिए ईश्वर के राज्य को स्थापित कर सकें. क्राइस्ट के दिल के साथ एकजुट होकर, हमारे दिल इस सामाजिक चमत्कार को करने में सक्षम होते हैं.”
The heart of Christ is openness, gift, and encounter. In Christ, we learn to relate to one another in wholesome and happy ways, in order to build up God’s kingdom of love and justice on earth. United with the heart of Christ, our hearts are capable of working this social miracle.
— Pope Francis (@Pontifex) December 6, 2024