Antony Blinken: इन दिनों दुनिया में चल रहे युद्धों को समाप्त करने के लिए अमेरिका लगातार प्रयासरत है. इसी क्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने बताया कि इजरायल ने गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई में आ रही रुकावटों को दूर करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि प्रस्ताव के मसौदे में हमास द्वारा बताई गई चिंताओं का समाधान किया गया है या नहीं.
वार्ता से अमेरिका को काफी उम्मीदें
वहीं, इस मामले में आगे की बातचीत के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन मिस्त्र और कतर जाएंगे. तीनों मध्यस्थ गाजा में युद्ध को समाप्त करने के लिए लगातार प्रयासरत है. वहीं, ब्लिंकन के इस दौरे से अमेरिका को काफी उम्मीदें हैं. इससे पहले दोहा में गुरुवार और शुक्रवार को दो दिन वार्ता चली थी और अब आगे की वार्ता काहिरा में अगले हफ्ते शुरू होगी. वहीं, हमास ने दोहा वार्ता के ताजा प्रस्ताव में इजरायल की शर्तों को मानने का आरोप लगाते हुए इसकी आलोचना की है.
यह आखिरी मौका: ब्लिंकन
बता दें कि गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पश्चिम एशिया की अपनी नौवीं यात्रा पर रविवार को इजरायल पहुंचें. जहां उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वर्तमान गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर इजरायल और हमास के पास संभवत: यह अंतिम मौका है.
इजरायली राष्ट्रपति का बड़ा आरोप
बता दें कि गाजा युद्धविराम वार्ता के लिए वो मंगलवार को काहिरा रवाना होंगे. हालांकि इससे पहले ब्लिंकन ने इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग से मुलाकात की. इस दौरान हर्जोग ने ब्लिंकन से बातचीत की शुरुआत में हमास पर यह आरोप लगाया कि वह बंधकों की रिहाई में आनकानी कर वार्ता को विफल बनाने की कोशिश कर रहा है. साथ ही वार्ता में सहयोग को लेकर हर्जोग ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ही मिस्त्र और कतर की भी प्रशंसा की.
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