Anura Kumar Dissanayake: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने कानून का शासन सुनिश्चित करने और अतीत में हुई गलतियों को सुधारने का संकल्प लिया है. उन्होंने नवगठित संसद में बृहस्पतिवार को अपने उद्घाटन भाषण के दौरान यह संकल्प लेते हुए चुनाव पूर्व किए गए वादों को पूरा करने की भी बात कही है.
बता दें कि दिसानायके अपनी पार्टी ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ (एनपीपी) की मितव्ययता के संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते हुए बेहद सादगी से संसद पहुंचे. इस दौरान उन्होंने संसद को संबोंधित करते हुए कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम सभी को कानून के समक्ष जवाबदेह और समान बनाएं. उन्होंने ये भी कहा कि वो अपराधों से प्रभावित सभी लोगों को न्याय दिलाएंगे.
देश की खराब अर्थव्यवस्था पर दिया जोर
राष्ट्रपति दिसानायके ने अपने नीतिगत संबोधन में देश की खराब अर्थव्यवस्था पर खासतौर से ध्यान केंद्रित किया. रानिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार द्वारा शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) बेलआउट कार्यक्रम की पहले के आलोचनाओं के बाद भी, दिसानायके ने कार्यक्रम को जारी रखने के लिए अपने प्रशासन की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सरकार सभी लोगों की रक्षा करेगी.
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