Anura Kumara Dissanayake: श्रीलंका को अब नया राष्ट्रपति मिल गया है. सोमवार को श्रीलंका के 9वें राष्ट्रपति के तौर पर अनुरा कुमारा दिसानायके ने शपथ ली. शनिवार को हुए चुनाव में उनको जीत मिली है. यह पहली बार है जब श्रीलंका में कोई मार्क्सवादी नेता राष्ट्रपति बना है.
रविवार को आए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में अनुरा कुमारा दिसानायके को जीत मिली है. आज उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ ली है. साल 2022 में श्रीलंका में आई आर्थिक बदहाली के बाद पहली बार आम राष्ट्रपति चुनाव हुए हैं. इस चुनाव में जन बालवेगया पार्टी (SJB) के साजिथ प्रेमदासा को हराते हुए अनुरा कुमारा दिसानायके को राष्ट्रपति चुनाव में जीत मिली है.
जानकारी दें कि रविवार को मतगणना के दौरान पहले फेस में कोई भी उम्मीदवार 50 फीसद वोट लेने में कामयाब नहीं हो पाया था. जिसके बाद चुनाव दूसरे प्रेफरेंस दौर में चला गया था. जिसकी गिनती के बाद दिसानायके देश के राष्ट्रपति चुने गए. श्रीलंका की जनता को अब उम्मीद है कि नए राष्ट्रपति देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे और भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे. इस चुनाव के दौरान दिसानायके ने खुद को एक उदारवादी और बदलाव के लिए अग्रसर नेता के तौर पर पेश किया है.
पहली बार मार्क्सवादी राष्ट्रपति
अनुरा कुमार दिसानायके (56) को आज सोमवार को श्रीलंका के चीफ जस्टिस जयसूरिया ने शपथ दिलवाई. बता दें कि दिसानायके श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सांसद हैं और वामपंथी विचारधारा से प्रभावित है. इसी के साथ वह वामपंथी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. इससे पहले साल 2029 में उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था. वहीं, साल 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक भी रहे हैं.
चुनाव में मिली जीत के बाद दिसानायके ने एक्स पर लिखा. “सदियों से हमने जो सपना देखा था, वह आखिरकार साकार हो रहा है. यह जीत किसी एक व्यक्ति के काम का नतीजा नहीं है, बल्कि आप लाखों लोगों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है. आपकी प्रतिबद्धता ने हमें यहां तक पहुंचाया है और इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं.”