भारत के खिलाफ चीन कर रहा AI का इस्तेमाल, क्या है ड्रैगन का प्ला‍न? माइक्रोसॉफ्ट ने भी दी थी चेतावनी

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Artifical Intelligence: चीन कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इस्‍तेमाल करके दुनिया के तमाम देशों को भारत के खिलाफ भड़काने की साजिश में लगा है. दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्‍यम से सोशल मीडिया में हेरफेर कर भारत सरकार की आलोचना करने से लेकर खालिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन का समर्थन करने वाले चीन स्थित नेटवर्क का खुलासा हुआ है.

सिख समुदाय को बनाया निशाना

बता दें कि चीन में बनाए गए इस नेटवर्क के द्वारा ऑस्ट्रेलिया, भारत, न्यूजीलैंड, कनाडा, पाकिस्तान, यूके और नाइजीरिया समेत कई देशों के सिख समुदाय को निशाना बनाया गया है. मेटा (फेसबुक) के मुताबिक, आरोपी फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और एक्स पर मुख्य रूप से अंग्रेजी और हिंदी में समाचार तथा वर्तमान में हुई घटनाओं के बारे में पोस्ट करते थे. इसमें AI से बनाई गई तस्वीरें भी शामिल थीं.

इस चीनी नेटवर्क में शामिल अकाउंट की ओर से अक्सर पंजाब में बाढ़, खालिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन, दुनिया भर में सिख समुदाय, कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार की आलोचना के बारे में पोस्ट किया जाता था.

फर्जी अकाउंट का इस्‍तेमाल

वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए मेटा ने कुल 37 फेसबुक अकाउंट, 13 पेज, पांच ग्रुप और इंस्टाग्राम पर नौ अकाउंट हटा दिए. मेटा ने कहा कि इस ऑपरेशन ने सिखों के रूप में खुद को पेश करने, सामग्री पोस्ट करने और पेज और ग्रुप को मैनेज करने के लिए समझौता किए और फर्जी अकाउंट का इस्तेमाल किया.

ऑपरेशन के नामक आन्दोलन

इस दौरान उन्‍होंने “ऑपरेशन के” नामक एक काल्पनिक कार्यकर्ता आंदोलन बनाया गया. जिसमें न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में सिखों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया. कंपनी ने कहा कि उसने कंटेट के व्यूअर्स तक पहुंचने के पहले ही अपने प्लेटफॉर्म से इस गतिविधि को हटा दिया. 

माइक्रोसॉफ्ट ने दी चेतावनी

 बता दें कि केवल मेटा ही नहीं, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट की एक टीम ने भी हाल ही में चेतावनी दी थी कि चीन AI का उपयोग कर भारत, अमेरिका और अन्य देशों में अपने हितों की पूर्ति के लिए कंटेंट तैयार करेगा और उसका प्रचार करेगा.

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