Asian Buddhist Summit: नई दिल्ली में 5 और 6 नवंबर, 2024 को पहला एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन (एबीएस) का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय ‘एशिया को सुदृढ़ बनाने में बुद्ध धम्म की भूमिका’ है. भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हों सकती है.
दिल्ली में हो रहे इस शिखर सम्मेलन के जरिए पूरे एशिया के विभिन्न बौद्ध परंपराओं के संघ नेताओं, विद्वानों, विशेषज्ञों और चिकित्सकों को एक साथ एक मंच पर लाया जाएगा, जिससे संवाद और समझ को बढ़ावा दिया जा सके. साथ ही बौद्ध समुदाय के सामने आने वाली समकालीन चुनौतियों का भी समाधान किया जा सके.
भारत की संस्कृति में एक मूल्यवान घटक बुद्ध धम्म
बता दें कि बौद्ध धर्म भारत और पूरे एशिया के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखता है. बुद्ध, उनके शिष्यों और उपदेशकों की शिक्षाओं ने जीवन, दिव्यता और सामाजिक मूल्यों के प्रति एक सामान्य दृष्टिकोण के जरिए पूरे एशिया को एकजुट किया हुआ है. भारत की संस्कृति में बुद्ध धम्म एक मूल्यवान घटक है, जो देश की दृढ़ विदेश नीति और प्रभावी राजनयिक संबंधों को विकसित करने में सहायता प्रदान करता है.
बुद्ध धम्म, भारत और एशिया एक दूसरे के पूरक
बौद्ध प्रतीको को स्वतंत्र भारत की राष्ट्रीय पहचान के भाग के रूप में शामिल करने से लेकर देश की विदेश नीति में बौद्ध मूल्यों को अपनाने तक बुद्ध धम्म भारत और एशिया एक दूसरे के पूरक हैं. वहीं, 5 नवबंर को होने वाला यह सम्मेलन भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ की अभिव्यक्ति भी है, जो धम्म के साथ एशिया के सामूहिक, समावेशी एवं आध्यात्मिक विकास पर आधारित है और इसी भावना के साथ एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन में निम्नलिखित विषयों को शामिल किया जाएगा:-
- बौद्ध कला, वास्तुकला और विरासत
- बुद्ध कारिका और बुद्ध धम्म का प्रसार
- पवित्र बौद्ध अवशेषों की भूमिका और समाज में इसकी प्रासंगिकता
- वैज्ञानिक अनुसंधान एवं कल्याण में बुद्ध धम्म का महत्व
- 21वीं सदी में बौद्ध साहित्य और दर्शन की भूमिका
बुद्ध धम्म की विविध अभिव्यक्ति को एक साथ लाने का अवसर
इस विषयों के अलावा, एशिया को जोड़ने वाले धम्म सेतु के रूप में भारत विषय पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जो कार्यक्रम स्थल पर अन्य रचनात्मक प्रदर्शनों के बीच कार्यक्रम का हिस्सा होगा.
एशियाई बौद्ध शिखर सम्मेलन पूरे एशिया में बुद्ध धम्म की विविध अभिव्यक्ति को एक साथ लाने का एक अनूठा अवसर है. इस दौरान संवाद के जरिए समकालीन चुनौतियों का समाधान करने के साथ ही बौद्ध विरासत को बढ़ावा देने के लिए शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एक ज्यादा उदार स्थायी और शांतिपूर्ण विश्व में योगदान देना है, जो हमें मानवता के व्यापक कल्याण का पूर्ण आश्वासन देता है.