Australia: दुनियाभर के सभी नेता अपने अपने देशों की सुचारू रूप से चलाने के लिए तरह तरह के कानूनों को लागू करते है, लेकिन हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसा कानून लागू किया गया है, जिसके बाद से देश भर में विवाद फैल गया है. दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई उत्तरी क्षेत्र (एनटी) में 10 साल से कम उम्र के बच्चों को भी अपराध करने पर जेल में डालने का निर्णय लिया है, ताकि राज्य में अपराध दर को कम किया जा सके.
बता दें कि नई कंट्री लिबरल पार्टी (सीएलपी) की सरकार का कहना है कि देश में युवा अपराध की दर को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है. इसके लिए उन्होंने तर्क दिया है कि इससे बच्चों की रक्षा होगी. हालांकि डॉक्टरों और मानवाधिकार संगठनों ने इस तर्क का खंडन किया. उनका कहना है कि इस नियम के लागू होने से अपराध कम नहीं होंगे, बल्कि इसका प्रभाव आदिवासी और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर बच्चों पर पड़ेगा.
सभी राज्यों के अपेक्षा अधिक बच्चें जाते है जेल
ऑस्ट्रेलियाई उत्तरी क्षेत्र (एनटी) में देश के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा 11 गुना अधिक दर पर बच्चों को जेल में डाला जाता है. बता दें कि वहीं, पिछली सरकार में 12 साल से कम उम्र के बच्चों को जेल में डालने की अनुमति नहीं थी. हालांकि एनटी चीफ लिया फिनोचियारो ने कहा कि जिन बच्चों को लंबे समय से निराश किया गया है, उनके प्रति हमारा दायित्व है. इसके अलावा हमारा उन लोगों के प्रति भी दायित्व है जो सुरक्षित रहना चाहते हैं और डर के सहारे जीना नहीं चाहते.
कब से लागू होगा ये नियम?
जेल जानें के नियमों के साथ ही एनटी ने जमानत नियम भी कड़े कर दिए है. वहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपराध को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ पेनल्टी लगाया गया है. हालांकि इन नियमों को कब से लागू किया जाना है अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है. सिर्फ विक्टोरिया ने ऐसा करने के लिए कानून पारित किया है, जिसके अगले साल से लागू होने की बात कही गई है.
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