Ayatollah Khamenei: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई भारत की आलोचना करते हुए देश में मुसलमानों को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने मुस्लिम अधिकारों का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए भारत को म्यांमार और गाजा के साथ गिना. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि आखिर खामेनेई ने यह टिप्पणी क्यों कि है और उसे ऐसा करने के लिए किसने उकसाया है.
पहले भी जता चुके हैं चिंता
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब ईरान के सुप्रीम लीडर ने भारत में मुसलमानों को लेकर ऐसा बयान दिया. इससे पहले साल 2020 में भी खामेनेई दिल्ली दंगों पर ऐसे बयान दे चुके है. इस दौरान उन्होंने दंगों को मुसलमानों का नरसंहार बताया था. उन्होंने दिल्ली दंगे पर ट्वीट कर बताया था कि दुनियाभर के मुसलमान भारत में मुसलमानों के नरसंहार पर दुखी हैं.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि भारत सरकार को चरमपंथी हिंदुओं और उनकी पार्टियों का मुकाबला करना चाहिए और इस्लाम की दुनिया से भारत के अलगाव को रोकने के लिए मुसलमानों के नरसंहार को रोकना चाहिए. इसके बाद उन्होंने हैशटैग IndianMuslimslnDanger का इस्तेमाल किया था.
370 हटने पर बोले खामेनेई ?
वहीं, साल 2019 में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने पर खामेनेई ने चिंता जताई किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि हम कश्मीर में मुसलमानों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. खामेनेई ने कहा कि हमारे भारत के साथ अच्छे संबंध हैं, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों के प्रति उचित नीति अपनाएगी और इस क्षेत्र में मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकेगी. हालांकि भारत ने उनकी इन टिप्पणियों को खारिज कर दिया था.
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