Azerbaijan-India Relation: पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान को एक के बाद एक बड़ा झटका लग रहा है., लेकिन उसे इस बार जो झटका लगा है वो भारत ने नहीं, बल्कि उसी के करीबी दोस्त अजरबैजान ने दिया है. दरअसल, अजरबैजान ने भारत के साथ रिश्ते आगे बढ़ाते हुए अहमदाबाद के लिए डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने का फैसला किया है, जो पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बता दें कि अजरबैजान से अहमदाबाद के लिए डायरेक्ट फ्लाइट 4 जुलाई से शुरू हो जाएगी. जो हफ्ते में चार दिन चलेंगी. हालांकि इससे पहले दिल्ली और मुंबई के लिए ही अजरबैजान की राजधानी बाकू से डायरेक्ट फ्लाइट ऑपरेट हो रही हैं.
दोनों देशों के बीच के रिश्ते को मिलेगी मजबूती
जानकारों के मुताबिक, अजरबैजान के इस फैसले से न सिर्फ दोनों देशों के बीच के रिश्ते को मजबूती मिलेगी, बल्कि पाकिस्तान को भी करारा झटका लगेगा. क्योंकि पाकिस्तान बार-बार इस्लामिक मुल्कों के सामने कश्मीर का मुद्दा उठाकर भारत को घेरने की कोशिश करता रहा है.
बाकू से अहमदाबाद के लिए चलेंगी फ्लाइट्स
सूत्रों के मुताबिक, बाकू और अहमदाबाद के बीच यह विमान सेवा हफ्ते में चार दिन मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार को मिलेंगे. अजरबैजान का नेशनल एयर कैरियर AZAL अहमदाबाद के लिए फ्लाइट्स शुरू कर रहा है, जो वर्तमान में दिल्ली और मुंबई के लिए फ्लाइट्स ऑपरेट करता है. दरअसल, दोनों देशों के बीच चल रही इन फ्लाइट्स के चलते अजरबैजान में भारतीय पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है.
बता दें कि अजरबैजान से कार्गो के जरिए भारत के दक्षिणी बंदरगाहों पर सोडा ऐश पहुंचाया गया, जिसके बाद फ्लाइट शुरू करने का फैसला लिया गया है. हिंद महासागर में काम करने वाली अजरबैजान कैस्पियन शिपिंग कंपनी ने पहली बार कत्तुपल्ली और कांडला के बंदरगाहों पर सोडा ऐश पहुंचाया था.
अजरबैजान ने भारत के साथ साइन किया त्रिपक्षीय समझौता
अजरबैजान ने भारत के साथ फ्लाइट्स के अलावा एक और समझौते पर हस्ताक्षर किया है. इसी साल एनर्जी वीक के दौरान अजरबैजान ने भारत के ऊर्जा क्षेत्र में रणनीतिक अवसरों का पता लगाने के लिए त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. बता दें कि अजरबैजान, भारत का महत्वपूर्ण एनर्जी सप्लायर है, वह भारतीय तेल कंपनियों में निवेश करता है.
पहलगाम हमले पर अजरबैजान ने जताया शोक
हालांकि इससे पहले अरजबैजान सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 भारतीयों को लेकर दुख जताया था. जबकि बीते महीने जब पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अजरबैजान गए तो जॉइंट प्रेस इवेंट में उन्होंने कश्मीर का मुद्दा उठाया, लेकिन अजरबैजान के प्रधानमंत्री इल्हाम अलीव ने इस मुद्दे पर बात ही नहीं की.
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