अफगानिस्तान बॉर्डर में मचेगा घमासान! सीमा पर रूस ने उतारी अपनी सेना, तो भारत और अमेरिका भी तैयार

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bagram Airbase: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में एस वक्‍त हलचल मच गई, जब देश की सीमा पर रूस ने अपनी सेना भेज दी, जहां उन्‍होंने तजाकिस्तान के साथ मिलकर जबरदस्त युद्धाभ्यास शुरू किया. इस दौरान ड्रोन, टैंक, 24 हेलीकॉप्टर समेत कई खतरनाक सैन्य उपकरण अफगानिस्तानी सीमा पर उतारे गए. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर रूस के अफगानिस्तान के पास अपनी सेना भेजने की वजह क्‍या है, और क्या भारत अफगानिस्तान में आने वाले तूफान से निपटने के लिए तैयार है?

दरअसल, अफ़ग़ानिस्तान में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पहले भारत और फिर अमेरिका ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया, लेकिन अमेरिका को रोकने के लिए रूस ने अपनी सेना अफगानिस्तान की सीमा पर बैठा दी है.

बगराम एयरबेस पर इन देशों की नजर

बता दें कि इन सभी देशों के आपस में टकराने की असल वजह अफगानिस्तान का बगराम एयरबेस है, जिसे दुनिया के सबसे स्ट्रेटजिक एयर बेस के रूप में जाना जाता है. यह एयरबेस भारत के बेहद नजदीक है, जिसपर भारत के अलावा रूस, चीन, ईरान पाकिस्तान, सेंट्रल एशिया और यहां तक कि यूरोप की भी निगाहे टिकी हुई है.

कभी अमेरिका के कब्‍जे में था बगराम एयरबेस

दरअसल, साल 2021 में अमेरिकी सेना के अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने के बाद चीन बगराम एयरबेस पर कब्जे का लगातार प्रयास कर रहा है. क्‍योंकि वो इसके पास ही अपनी एक न्यूक्लियर फैसिलिटी बना रहा है. ऐसे में अमेरिका भी एक्‍शन मोड में नजर आ रहा है, क्‍योकि यह इलाका कभी अमेरिका के कब्जे में था. ऐसे में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि पूर्व राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने गलत तरीके से अफगानिस्तान को छोड़ा.

बगराम एयरबेस को छोड़ना अमेरिका की सबसे बड़ी भूल

यहां तक की उन्‍होंने ये भी कहा है कि बगराम एयरबेस को छोड़ना अमेरिका की सबसे बड़ी भूल है, क्योंकि यहां पर चीन आकर बैठ गया है. इसी बीच ये भी खबर सामने आई है कि इस एयरबेस पर अमेरिका फिर से कब्‍जा करना चाहता है, जिसके लिए उसने यहां अपना एक मिलिट्री विमान उतार दिया है.

भारत समेत इन देशों पर नजर रखेगा अमेरिका

दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी सेना का सी 17 ग्लोब मास्टर विमान बगराम में उतरा है, जिससे वो रूस, चीन, ईरान और कुछ हद तक भारत पर नियंत्रण रख सके. वहीं, जानकारों का मानना है इस काम के लिए अमेरिका पाकिस्तान की मदद ले सकता है. वहीं, अमेरिका के इस कदम से रूस भी एक्टिव हो गया क्योंकि 1950 में चल रही जंग के चलते रूस ने हीं बगराम एयरबेस बनाया था और वो सोवियत संघ का गढ़ भी रहा है.

इसे भी पढें:-XI Jinping की बेटी को अमेरिका से बाहर निकालेंगे डोनाल्ड ट्रंप, बौखलाए चीन ने Hollywood फिल्मों पर लगा दिया प्रतिबंध

Latest News

योगी सरकार विकास के साथ विरासत को संजोते हुए काशी के यातायात को बना रही है बेहतर

विकास के साथ विरासत को संजोते हुए काशी अत्याधुनिक होती जा रही है। योगी सरकार  काशी के यातायात को...

More Articles Like This

Exit mobile version